सखी वन स्टाफ सेंटर का आज होगा उद्घाटन

जागरण संवाददाता उरई कलेक्ट्रेट परिसर में 49 लाख की लागत से सखी वन स्टाफ सेंटर स्थायी

By JagranEdited By: Publish:Tue, 19 Oct 2021 11:36 PM (IST) Updated:Tue, 19 Oct 2021 11:36 PM (IST)
सखी वन स्टाफ सेंटर का आज होगा उद्घाटन
सखी वन स्टाफ सेंटर का आज होगा उद्घाटन

जागरण संवाददाता, उरई : कलेक्ट्रेट परिसर में 49 लाख की लागत से 'सखी वन स्टाफ सेंटर' स्थायी रूप से बनाए जा रहे हैं। पीड़ित महिलाओं को एक छत के नीचे न्याय मिलता रहे। इसके लिए डीएम प्रियंका निरंजन के निर्देश पर अस्थायी रूप से जिला अस्पताल में सुविधा का संचालन आज से शुरू किया जा रहा है। जिसमें कानूनी व मेडिकल सहित अन्य सुविधाएं मुहैया होगी।

आजादी का अमृत महोत्सव के तहत महिला कल्याण विभाग पीड़ित महिलाओं के लिए ठोस कदम उठाया गया है। समाज में महिलाएं आए दिन हिसा का शिकार होती रहती है। इस दौरान कई तरह की मदद की जरूरत पड़ती है। उसी को ध्यान में रखकर प्रदेश सरकार की ओर से जिले में ' सखी वन स्टाफ सेंटर' की स्थापना की जा रही है। जिससे पीड़ित महिला को मेडिकल, कानूनी सहायता के साथ उन्हें भावनात्मक मदद मिल सके।

जालौन के जिला अस्पताल परिसर में अस्थायी रूप से 'सखी वन स्टाफ सेंटर' का संचालन आज से शुरू हो जाएगा। वहीं स्थायी रूप से कलेक्ट्रेट परिसर में भूमि की पैमाइश हो चुकी है। अक्टूबर अंत तक इसका शिलान्यास भी हो जाएगा।

कार्यदाई संस्था आरइएस छह माह में करेगी निर्माण

कार्यदाई संस्था आरइएस को छह माह के अंदर निर्माण पूरा करने का निर्देश दिया गया है। जिससे पीड़ित महिलाओं को बार-बार कहीं भटकना न पड़े। कार्य पूरा होते ही जिला प्रोबेशन अधिकारी को हैंडओवर कर दिया जाएगा। इसके बाद स्थायी रूप से योजना का लाभ मिलने लगेगा।

इस तरह समझे सखी वन स्टाफ सेंटर का महत्व

सखी वन स्टॉप सेंटर एक ऐसी जगह है। जहां हिसा से पीड़ित महिलाओं की एक ही बिल्डिग के नीचे एक साथ मदद मिल सकती है। जहां मेडिकल ऐड, लीगल ऐड, अस्थायी रूप से रहने के लिए जगह, केस फाइल करने के लिए मदद, काउंसिलिग सब कुछ एक ही जगह पर उपलब्ध होता है।

इन परिस्थितियों मिलेगी महिलाओं को मदद

वन स्टाप सेंटर में किसी भी तरह की हिसा झेल रही महिला को दुष्कर्म , लैंगिक हिसा, घरेलू हिसा, ट्रैफिकिग, एसिड अटैक विक्टिम, विच हंटिग (संदिग्थ व्यक्तियों की तलाश), दहेज संबंधित हिसा, सती, बाल यौन शोषण, बाल विवाह, भ्रूण हत्या जैसे मामलों से पीड़ित कोई भी महिला यहां आकर कानूनी मदद ले सकती है। इस योजना को निर्भया फंड के जरिए फंडेड किया जाएगा। 24 घंटे सेवा के लिए लगाए जा रहे स्टाफ

दो महिला सब इंस्पेक्टर व चार महिला कांस्टेबल की तैनाती लगाई जा रही है। वहीं प्रोबेशन अधिकारी विभाग से एक सेंटर मैनेजर, एक मनोरोगी परामर्शदाता, दो सामाजिक कार्यकर्ता, तीन पैरामेडिकल नर्स, एक कंम्प्यूटर आपरेटर व हेल्पर कम चौकीदार 24 घंटा सेवा देने के लिए लगाए जा रहे हैं।

पांच बेड की भी रहेगी व्यवस्था

पीड़ित महिलाओं को घर जाने में किसी तरह की दिक्कत हो रही है तो वह लगभग पांच दिनों तक वन स्टाप सेंटर में रह सकती है। इसके लिए पांच शैय्या बेड की भी व्यवस्था की जा रही है। जिससे किसी तरह की परेशानी यहां आने के बाद न हो सके।

जिला अस्पताल स्थित आक्सीजन प्लांट के बगल पीड़ित महिलाओं को न्याय मिल सके। इसके लिए सखी वन स्टाफ सेंटर का उद्घाटन आज किया जाएगा।

डा. अमरेंद्र कुमार , जिला प्रोबेशन अधिकारी

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