प्रतिबंधित मशीनों के खनन से नदियां बेहाल

जागरण संवाददाता उरई नदियों पर गरजतीं पोकलैंड व अनजान बना प्रशासन खनन माफियाओं की पक

By JagranEdited By: Publish:Sun, 24 Jan 2021 06:44 PM (IST) Updated:Mon, 25 Jan 2021 12:08 AM (IST)
प्रतिबंधित मशीनों के खनन से नदियां बेहाल
प्रतिबंधित मशीनों के खनन से नदियां बेहाल

जागरण संवाददाता, उरई : नदियों पर गरजतीं पोकलैंड व अनजान बना प्रशासन खनन माफियाओं की पकड़ उजागर कर रहा है। इसके बाद भी घाटों पर कई किमी के दायरे में पट्टा न होने के बाद भी मौरंग निकाली जा रही है, जो नियमों की धज्जियां उड़ाते दिख रहे हैं। हालत यह है कि अगर किसी भी पट्टे पर ठीक से जांच कर कार्रवाई की जाए तो पट्टा निरस्त होने तक की नौबत आ सकती है।

जिले में दो ब्लाक कदौरा व डकोर हैं, जो खनन के लिए चर्चित रहते हैं। इसके लिए जालौन की सीमा से हमीरपुर की सीमा तक एक के दोनों किनारों पर पोकलैंड लगाकर खनन किया जाता है। डकोर के पांच व कदौरा क्षेत्र के तीन गांवों के घाटों पर कई मशीनें लगाकर नदी के किनारे से लेकर बीच तक मौरंग निकाली जा रही है। इसके साथ ही धर्मकांटा का प्रयोग न कर ट्रकों में सीधे मौरंग भरी जा रही है जिससे सरकार की गाइड लाइन का भी उल्लंघन हो रहा है। मौरंग के ओवरलोड लदे ट्रकों पर तीन दिनों तक कदौरा, कालपी व डकोर क्षेत्र में पुलिस ने अभियान चलाकर करीब 25 ट्रकों को सीज किया इसके बाद यह अभियान ठंडे बस्ते में चला गया। जिससे रात के समय लोकेशन माफियाओं के भरोसे फिर से ओवरलोडिग का खेल चलने लगा। घाटों के माफिया खनिज विभाग के आला अफसरों से लेकर बाबुओं के साथ ही पुलिस विभाग के कुछ सिपाही की संलिप्त रहते हैं, लेकिन उनके खिलाफ भी कोई कार्रवाई नहीं की जाती है।

अनजान बने जिम्मेदार

बेतवा नदी के चारों तरफ मशीनें लगाकर मौरंग निकाली जा रही है। इसकी गूंज पूरे जिले में हैं फिर भी जिम्मेदार अनजान बने हुए हैं इसमें माफियाओं के सेटिग का खेल उजागर हो रहा है। अगर किसी भी घाट पर कार्रवाई नहीं की जाती है तो यह सरकार के नियमों का भी उल्लंघन है जिसे सिर्फ हवा हवाई साबित किया जा रहा है।

कई सड़कें हुईं ध्वस्त

घाटों से मौरंग लदे ओवरलोड ट्रक निकाले जाते हैं जिससे मुहम्मदाबाद से लेकर बंधौली तक सड़क का नामोनिशान ही मिट गया है इसके साथ ही कदौरा ब्लाक क्षेत्र के कुरहना जाने वाली सड़क भी पूरी तरह से ध्वस्त हो चुकी है। इससे लाखों रुपये का नुकसान हुआ है और इन फर्राटा भरते वाहनों के खिलाफ भी सिर्फ खानापूर्ति होती है।

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खदानों पर जांच के लिए योजना बना ली गई है। जल्द ही छापामारी का अभियान चलाया जाएगा। किसी भी हालत में अवैध खनन नहीं होने दिया जाएगा।

आरबी सिंह, जिला खनिज अधिकारी

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