पत्नी की सलाह पर अपनाया स्थायी साधन

जागरण संवाददाता उरई पुरुष नसबंदी (एनएसवी) महिलाओं की अपेक्षा सरल है। इससे किसी तरह क

By JagranEdited By: Publish:Thu, 09 Dec 2021 07:32 PM (IST) Updated:Thu, 09 Dec 2021 07:32 PM (IST)
पत्नी की सलाह पर अपनाया स्थायी साधन
पत्नी की सलाह पर अपनाया स्थायी साधन

जागरण संवाददाता, उरई : पुरुष नसबंदी (एनएसवी) महिलाओं की अपेक्षा सरल है। इससे किसी तरह की समस्या नहीं आती है। बस मन से भ्रम निकालकर आगे आना होगा। यह बात शहर के एक मोहल्ला निवासी 35 वर्षीय युवक ने कही।

मल्टीनेशनल कंपनी में काम करने वाले युवक का कहना है कि वह शहर के मोहल्ला सुशीलनगर में रहते हैं। इस समय वर्क फ्राम होम कर रहे हैं। उनके दो संतान है, जिसमें एक बेटी आठ साल और बेटा छह साल का है। पत्नी की सलाह पर उन्होंने तय किया कि वह अपनी नसबंदी कराएंगे, क्योंकि यह महिलाओं की नसबंदी के मुकाबले काफी सरल है। इसके लिए उन्होंने यू ट्यूब देखा और गूगल आदि पर भी सर्च किया। अपने मित्रों से सलाह ली तो किसी ने उनके निर्णय को सही ठहराया तो किसी ने मजाक में भी लिया। लेकिन वह निश्चय कर चुके थे। उन्होंने जिला अस्पताल आकर डाक्टर से सलाह ली। डाक्टर ने भी पुरुष नसबंदी के फायदे बताए और कहा कि झांसी से नसबंदी विशेषज्ञ डा. गोकुल प्रसाद आ रहे हैं। वह नियत समय पर अस्पताल पहुंच गए। जांच कराई सब फिट होने पर नसबंदी करा ली। उन्हें किसी तरह की कोई दिक्कत नहीं हो रही है। युवक ने अपील करते हुए कहा कि पुरुष नसबंदी को लेकर भ्रम न पाले। यह महिला नसबंदी के मुकाबले सरल है। परिवार नियोजन के मामले में पुरुष भी महिलाओं के साथ बराबरी की जिम्मेदारी निभाएं।

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पुरुष और महिला नसबंदी में अंतर :

पुरुष नसबंदी कराने पर उसी दिन अस्पताल से छुट्टी दे दी जाती है और यह महिलाओं के मुकाबले सरल है, क्योंकि इसमें बिना किसी चीरा टांका के आपरेशन होता है जबकि महिला नसबंदी में महिलाओं के पेट पर चीरा लगाकर अंदर से आपरेशन किया जाता है। पुरुष नसबंदी कराने के आठ दिन बाद पुरुष हर तरीके से काम करने में सक्षम हो जाता है। जबकि महिला नसबंदी में आपरेशन कराने के बाद महिलाओं को पूरी तरह से ठीक होने में करीब दो महीने लग जाते हैं।

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पुरुष नसबंदी में जनपद प्रदेश में सातवें स्थान पर :

परिवार कल्याण के नोडल अधिकारी डा. एसडी चौधरी का कहना है कि इस समय पुरुष नसबंदी पखवाड़ा चल रहा है। स्वास्थ्य विभाग के टीमों के सहयोग से नसबंदी के मामले में जिला मंडल में शीर्ष पर चल रहा है। पखवाड़ा में अब तक सर्वाधिक 17 नसबंदी हो चुकी है। इस पखवाड़े में एनएसवी के मामले में जालौन जनपद प्रदेश में सातवें स्थान पर है।

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आज जिला अस्पताल में लगेगा विशेष कैंप

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. एनडी शर्मा ने बताया कि पुरुष नसबंदी पखवाड़े के अंतर्गत 10 दिसंबर को जिला पुरुष अस्पताल में विशेष कैंप का आयोजन किया जाएगा। इसमें प्रसिद्ध सर्जन डा. गोकुल प्रसाद झांसी से आकर बिना चीरा बिना टांका पुरुष नसबंदी करेंगे। इसके अलावा हाइड्रोसील के भी आपरेशन किए जाएंगे।

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