पुरुषों के लिए शौचालय न होने से होती परेशानी
संवाद सहयोगी जालौन नगर को साफ सुथरा बनाने व लोगों को खुले में शौच से निजात दिलाए जाने के लिए स्वच्छ भारत मिशन चलाया गया था। मिशन के तहत नगर में 13 सामुदायिक शौचालयों का निर्माण कराया गया। इसके बाद भी नगर के प्रमुख देवनगर चौराहे पर पुरुषों के लिए शौचालय की व्यवस्था नहीं है।
लापरवाही
- स्वच्छ भारत मिशन योजना का हाल बेहाल
- देव नगर चौराहे पर यात्रियों की सुविधाओं की अनदेखी
संवाद सहयोगी, जालौन : नगर को साफ सुथरा बनाने व लोगों को खुले में शौच से निजात दिलाए जाने के लिए स्वच्छ भारत मिशन चलाया गया था। मिशन के तहत नगर में 13 सामुदायिक शौचालयों का निर्माण कराया गया। इसके बाद भी नगर के प्रमुख देवनगर चौराहे पर पुरुषों के लिए शौचालय की व्यवस्था नहीं है।
स्वच्छ भारत मिशन के तहत नगर में 3 वर्ष पूर्व सामुदायिक शौचालयों का निर्माण कराया गया था। नगर में 12 शौचालय ऐसे हैं जिनका उपयोग महिला व पुरुष दोनों कर सकते हैं। जबकि देवनगर चौराहे पर स्थित पिक शौचालय सिर्फ महिलाओं के लिए बनाया गया है जो 3 वर्ष में ही खराब होने लगा है। दरवाजे खराब हो गए। नगर के मुख्य देवनगर चौराहे पर राहगीरों व दुकानदारों के लिए कामन महिला व पुरुष का सामुदायिक शौचालय होना चाहिए था कितु यहां पर सिर्फ महिलाओं के लिए शौचालय बनाया गया है। देवनगर चौराहे से अंतरराज्यीय बसों का संचालन हो होता है। यहां पर बने यात्री प्रतीक्षालय पर नगर व ग्रामीण क्षेत्र के लोग घंटों बस का इंतजार करते हैं। चौराहे पर सामुदायिक शौचालय न होने के कारण राहगीरों के साथ यहां के दुकानदार को दिक्कत होती है। बगल में क्षेत्र पंचायत कार्यालय, पशु चिकित्सालय है। यहां भी शौचालय न होने से यहां आने वाले लोगों को बहुत दिक्कत होती है।दुकानदारों ने पिक शौचालय में बने 4 शौचालय को 2 पुरुष व 2 महिलाओं में बांटने की मांग की है। कोट
शौचालय की मरम्मत की प्रक्रिया शुरू की गई है। कितु पुरुष व महिला दोनों के लिए शौचालय शुरु करने के लिए बोर्ड से मंजूरी लेनी पड़ेगी।
रवींद्र सलूजा, प्रभारी स्वच्छ भारत मिशन