मोस्ट वांटेड अपराधियों तक पहुंचने में पुलिस तंत्र फेल
जागरण संवाददाता उरई जिले मे मोस्ट वांटेड अपराधियों
जागरण संवाददाता, उरई : जिले मे मोस्ट वांटेड अपराधियों तक पहुंचने में पुलिस का सूचना तंत्र फेल साबित हो रहा है। वर्तमान में जिले में इनामी बदमाशों की सूची में पांच अपराधी शामिल हैं। जिनमें एक बदमाश को फरार हुए 26 साल से अधिक समय गुजर चुका है। वह जिदा है या नहीं अब इसको लेकर भी संशय है। यह स्थिति तब है जब पेशेवर अपराधियों के विरुद्ध लगातार अभियान चलाने की बात कही जा रही है।
मोस्ट वांटेड अपराधियों की फेहरिस्त में उन अपराधियों को शामिल किया जाता है। जिनकी गिरफ्तारी के लिए पुरस्कार घोषित किया जाता है, हालांकि एक साल पहले जिले में इनामी बदमाशों की सूची में अपराधियों के नाम शामिल थे। कई को पुलिस गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे पहुंचाने में सफल भी हुई लेकिन पांच मोस्टवांटेड अपराधी अभी भी पुलिस की पकड़ से दूर हैं।
रामपुरा थाना क्षेत्र के ग्राम उदोतपुरा निवासी वीर सिंह पुत्र जयलाल को फरार हुए साल से अधिक समय गुजर चुका है। निरंतर समीक्षा के बाद भी उसके गिरफ्तारी का लिए पुरस्कार की राशि भी नहीं बढ़ाई गई है। नौ अप्रैल 1994 से वीर सिंह पुलिस रिकार्ड में पुरस्कार घोषित फरार अपराधी के तौर पर दर्ज हैं। वर्तमान में उस पर जनपद स्तर पर ढाई हजार रुपये का पुरस्कार घोषित है। दूसरे नंबर कदौरा निवासी बब्बू पुत्र वफादी का नाम है। बब्बू को फरार हुए 11 साल से अधिक समय गुजर चुका है और पुलिस उस तक नहीं पहुंच पायी है। उसकी गिरफ्तारी के लिए परिक्षेत्र स्तर से पांच हजार रुपये का पुरस्कार घोषित है। लंबे समय से इनामी बदमाशों की गिरफ्तारी न कर पाने से पुलिस के मुखबिर तंत्र पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं।
जिले के मोस्ट वांटेड अपराधी :
1- तिलक सिंह निवासी चितौरा थाना माधौगढ़, इनाम 15 हजार रुपये तीन साल से फरार
2- साधना सिंह निवासी चितौरा निवासी चितौरा थाना माधौगढ़, इनाम 15 हजार, तीन साल से फरार
3- वीर सिंह निवासी उदोतपुरा थाना थाना रामपुरा, पुस्कार ढाई हजार, 26 साल से फरार
4-बब्बू उर्फ बफाती निवासी कदौरा, पुरस्कार पांच हजार, 11 साल से फरार
5-अखिलेश निवासी असालतगंज थाना रसूलाबाद कानपुर देहात, पुरस्कार 25 हजार, दो साल से फरार
पुरस्कार घोषित अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए अभियान चलाया जा रहा है। 12 पुरस्कार घोषित अपराधियों में सात को गिरफ्तार किया जा चुका है। जल्द ही अन्य को भी गिरफ्तार किया जाएगा।
- डॉ. यशवीर सिंह, पुलिस अधीक्षक