विद्युत कटौती से बौखलाए लोगों ने सब स्टेशन पर किया हंगामा

संवाद सूत्र कदौरा 36 घंटे से विद्युत आपूर्ति बाधित होने के करण सोमवार को कदौरा में ग्रामीणों ने विद्युत उपकेंद्र पर धावा बोलकर हंगामा किया। जब विद्युत कर्मचारी मौके पर नहीं पहुंचे तो लोगों ने नारेबाजी भी की। उपभोक्ताओं ने केंद्र में तालाबंदी कर विद्युत अधिकारियों और कर्मचारियों पर लापरवाही का आरोप लगाया।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 14 Jun 2021 08:22 PM (IST) Updated:Mon, 14 Jun 2021 08:22 PM (IST)
विद्युत कटौती से बौखलाए लोगों ने सब स्टेशन पर किया हंगामा
विद्युत कटौती से बौखलाए लोगों ने सब स्टेशन पर किया हंगामा

संवाद सूत्र, कदौरा : 36 घंटे से विद्युत आपूर्ति बाधित होने के करण सोमवार को कदौरा में ग्रामीणों ने विद्युत उपकेंद्र पर धावा बोलकर हंगामा किया। जब विद्युत कर्मचारी मौके पर नहीं पहुंचे तो लोगों ने नारेबाजी भी की। उपभोक्ताओं ने केंद्र में तालाबंदी कर विद्युत अधिकारियों और कर्मचारियों पर लापरवाही का आरोप लगाया।

कस्बे के साथ कई गांवों में पिछले 36 घंटे से बिजली नही आ रही है। सोमवार को 7 गांवों के ग्रामीणों ने एक साथ विद्युत उपकेंद्र पर धावा बोलकर विरोध प्रदर्शन कर हंगामा किया। परौसा उपकेंद्र से परौसा, उदनपुर, इटौरा, लोदीपुर, हरचंदपुर, रैला, बागी, इकौना, कुसमरा, नि:स्वापुर आदि को विद्युत सप्लाई की जाती है। उमस भरी गर्मी होने के कारण तथा पीने के पानी की किल्लत से ग्रामीण आक्रोशित होकर उपकेंद्र पहुंच गए। ग्रामीणों के आक्रोश को देखकर वहां तैनात कर्मचारी भाग खड़े हुए। ग्रामीणों ने नारेबाजी करते हुए विरोध प्रदर्शन किया। उपकेंद्र पर ताला डालकर उसी के समक्ष धरने पर बैठ गए। ग्रामीण राजेश कुशवाहा, लेखराम, प्रमोद, शिवराम, फूल सिंह ने बताया कि पिछले 36 घंटे से लोगों के घरों में बिजली नहीं आई। सबसे बड़ी दिक्कत पानी की है। महिलाओं तथा बच्चों का बुरा हाल है। कई बार अधिकारियों को अवगत कराने के बाद भी विद्युत आपूर्ति को ठीक कर बहाल नहीं किया गया। ग्रामीणों ने अवर अभियंता गुलाब चंद पाल पर आरोप लगाया कि वह फोन भी नहीं उठाते हैं और सही जवाब भी नहीं देते। यह सब हंगामा देख किसी ने इसकी सूचना पुलिस को दे दी। एसडीओ ऋषभ राजपूत का कहना है कि प्रदर्शनकारी ग्रामीण सिर्फ परौसा गांव के थे और उनकी मांग है कि जो गांव की सप्लाई है उसको उपकेंद्र में रखे हुए ट्रांसफॉर्मर से जोड़ दिया जाए जो कि पूर्णतय: गलत है। अगर गांव की सप्लाई को केंद्र में रखे हुए ट्रांसफार्मर से जोड़ दिया जाएगा तो लाइन में फाल्ट आने पर केंद्र में लगी मशीनें जैसे कंट्रोल पैनल, ओसीबी आदि सभी जल जाएंगी और पूरा का पूरा केंद्र ही बैठ जाएगा। फिलहाल सप्लाई चालू है और जो कटौती हो रही है वह सरकारी रोस्टर के अनुसार हो रही है।

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