ओम नम : शिवाय

मौनी बाबा मंदिर शिवालय शहर में राठ रोड पर स्थित मौनी बाबा मंदिर भक्तों की आस्था का केंद्र है। वैसे तो यह देवी मंदिर हैं लेकिन इसमें प्राचीन शिवालय भी बना हुआ है। प्रतिदिन सैकड़ों भक्त मंदिर में दर्शन करने के लिए आते हैं। भोलेनाथ सभी की मनोकामना को पूरा करते हैं।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 31 Jul 2021 08:55 PM (IST) Updated:Sat, 31 Jul 2021 08:55 PM (IST)
ओम नम : शिवाय
ओम नम : शिवाय

मौनी बाबा मंदिर शिवालय

शहर में राठ रोड पर स्थित मौनी बाबा मंदिर भक्तों की आस्था का केंद्र है। वैसे तो यह देवी मंदिर हैं लेकिन इसमें प्राचीन शिवालय भी बना हुआ है। प्रतिदिन सैकड़ों भक्त मंदिर में दर्शन करने के लिए आते हैं। भोलेनाथ सभी की मनोकामना को पूरा करते हैं। इतिहास

मंदिर सौ वर्ष से भी अधिक पुराना है। बताया जाता है कि इस मंदिर को मौनी बाबा नाम के एक संत ने स्थापित किया था। वह यहीं रहते भी थे। यह मंदिर बहुत सिद्ध है। जिसके चलते सुबह से शाम तक इस मंदिर में भक्तों का तांता लगा रहता है। लोग भक्तिभाव से इस मंदिर में पूजा अर्चना करने के लिए आते हैं। विशेषता

मंदिर की विशेषता यह है कि मंदिर के मुख्य द्वार के ऊपर कांच लगाकर अनेक देवी देवताओं की प्रतिमाएं स्थापित की गई हैं। साथ ही उनमें लाइटिग की गई है जो मंदिर की भव्यता को बढ़ाता है। मंदिर साधारण शैली का बना हुआ है। तैयारियां

सावन को लेकर मंदिर में विशेष तैयारियां की गई हैं। भक्तों को मुख्य दरवाजे से प्रवेश दिया जाता है और निकासी पिछले गेट से की जाती है। महिलाओं की अलग कतार लगती है और पुरुषों की अलग। मंदिर से हजारों की संख्या में भक्त जुड़े हुए हैं। लोग अपनी मनौती लेकर यहां मत्था टेकते हैं। भगवान भोलेनाथ सभी की मनोकामना को पूरी करते हैं। मंदिर से कोई भी निराश नहीं लौटता है।

अतुल द्विवेदी पुजारी मंदिर में शहर ही नहीं बल्कि दूर दराज से लोग पूजा पाठ करने के लिए आते हैं। देवी दर्शन करने के साथ ही भगवान भोलेनाथ का दर्शन करते हैं। भोलेनाथ की भक्तों पर विशेष कृपा है।

सोनू तिवारी सहयोगी कैसे पहुंचे मंदिर

मंदिर तक जाने के लिए अधिक परेशान नहीं होना पड़ता है। रेलवे स्टेशन से एक किलोमीटर की दूरी है जबकि रोडवेज बस स्टैंड से डेढ़ किलोमीटर का रास्ता है। आटो या रिक्शा से मंदिर पहुंच सकते हैं।

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