बारिश से नून नदी उफनाई ग्रामीणों में दहशत
संवाद सूत्र महेबा लगातार तीन दिन से हो रही बारिश के पानी से नून नदी में उफान आ गया है। पड़री गांव के लिए बने रपटे के ऊपर से बाढ़ का पानी बह रहा है। कई गांवों का आवागमन ठप है और पड़री गांव टापू बन चुका है। अन्य कोई रास्ता न होने की वजह से गांव के लोग जान जोखिम में डालकर नदी पार कर रहे हैं।
संवाद सूत्र, महेबा : लगातार तीन दिन से हो रही बारिश के पानी से नून नदी में उफान आ गया है। पड़री गांव के लिए बने रपटे के ऊपर से बाढ़ का पानी बह रहा है। कई गांवों का आवागमन ठप है और पड़री गांव टापू बन चुका है। अन्य कोई रास्ता न होने की वजह से गांव के लोग जान जोखिम में डालकर नदी पार कर रहे हैं।
अभी तक लोग बारिश का इंतजार करते रहे जब बारिश शुरू हुई तो बाढ़ आ गई। तीन दिन से लगातार हो रही बारिश का पानी नून नदी में आने से नदी में उफान आ गया है। ग्रामीणों ने बताया कि लगातार बारिश के कारण खेतों का पानी नालों से होकर नदी में आ जाने से रातों-रात नदी का पानी बढ़ गया जिससे ब्लाक के पड़री गांव के सामने बने रपटे के ऊपर से पानी बह रहा है। पप्पू सिंह, रविद्र सिंह ने बताया कि इस रपटे का निर्माण 5 वर्ष पूर्व कराया गया था। जब से 3 वर्ष बाढ़ आ चुकी हल्की सी बाढ़ आ जाने पर ही गांव का रास्ता बंद हो जाता है। क्योंकि रपटे की ऊंचाई कम है। बाढ़ आ जाने की वजह से पड़री, नरहान, उरकरा कला, निबहना, दहेलखंड आदि गांवों का आवागमन ठप हो गया है। पड़री गांव के चारों तरफ नाले हैं इस वजह से बाढ़ आ जाने पर यह गांव टापू में तब्दील हो जाता है। अगर इस समय कोई बीमार हो जाए तो इलाज के लिए बाहर ले जाना मुश्किल काम है। नदी में पानी बढ़ने से पिपरौधा, पिथऊपुर, रपटों के ऊपर से पानी बहने से इन गांवों के भी संपर्क रास्ते बंद हो चुके हैं। ग्राम मंगरौल, गोरा कला, कुटरा, निबहना के ग्रामीणों में दहशत व्याप्त है क्योंकि जब भी बाढ़ आती है इन गांवों में हमेशा नुकसान होता है। कंजर नाले के ऊपर से बह रहा पानी
कदौरा : ब्लाक क्षेत्र के ग्राम मवई अहीर का संपर्क ब्लाक मुख्यालय से टूट गया है क्योंकि तीन दिनों से हो रही बरसात से कंजर नाला उफान पर है। मवई अहीर को जोड़ने वाले पुल से तीन फीट ऊपर से पानी बह रहा है।
ग्रामीण जसवंत यादव, कल्लू, शिव गोपाल, अवधेश कुमार, राजा यादव का कहना है कि कंजर नाले में बने पुल से निकलना खतरे से खाली नहीं है। इसलिए कदौरा जाने के लिए अब बरही बंबा होकर जाना पड़ रहा है।
एसडीएम कौशल कुमार का कहना है कि सभी संबंधित लेखपालों व बाढ़ राहत चौकियों को अलर्ट मोड़ पर रखा गया है तथा प्रभावित होने वाले गांवों में मुनादी भी करवाई जा रही है। जहां तक कंजर नाले का सवाल है तो वहां भी संबंधित लेखपाल को भेजा जा रहा है और पानी की निगरानी करवाकर आवागमन बंद करवाया जा रहा है।