महेबा में नौ बीडीसी अशिक्षित, लेंगे हेल्पर का सहारा

संवाद सूत्र महेबा क्षेत्र पंचायत के गठन के लिए ब्लॉक में 60 बीडीसी सदस्य निर्वाचित हुए हैं जिनके मतदान से ब्लाक प्रमुख चुना जाएगा। 9 बीडीसी सदस्य अशिक्षित हैं जिन्हें मतदान के समय हेल्पर का सहारा लेना पड़ेगा। ब्लॉक प्रमुख के निर्वाचन में क्षेत्र पंचायत सदस्य मतदान करते हैं। महेबा के विभिन्न वार्ड से 60 बीडीसी सदस्य चुने गए हैं जिनमें से 9 सदस्य ऐसे हैं जिन्होंने जीत हासिल करने के बाद प्रमाण पत्र प्राप्त करते समय प्रपत्र पर अंगूठा लगाया है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 07 May 2021 07:49 PM (IST) Updated:Fri, 07 May 2021 07:49 PM (IST)
महेबा में नौ बीडीसी अशिक्षित, लेंगे हेल्पर का सहारा
महेबा में नौ बीडीसी अशिक्षित, लेंगे हेल्पर का सहारा

संवाद सूत्र, महेबा : क्षेत्र पंचायत के गठन के लिए ब्लॉक में 60 बीडीसी सदस्य निर्वाचित हुए हैं जिनके मतदान से ब्लाक प्रमुख चुना जाएगा। 9 बीडीसी सदस्य अशिक्षित हैं जिन्हें मतदान के समय हेल्पर का सहारा लेना पड़ेगा।

ब्लॉक प्रमुख के निर्वाचन में क्षेत्र पंचायत सदस्य मतदान करते हैं। महेबा के विभिन्न वार्ड से 60 बीडीसी सदस्य चुने गए हैं जिनमें से 9 सदस्य ऐसे हैं जिन्होंने जीत हासिल करने के बाद प्रमाण पत्र प्राप्त करते समय प्रपत्र पर अंगूठा लगाया है। जिसमें सतरहजू, कुकहनू की गुड्डी देवी, हीरापुर की रामजानकी, नूरपुर की रामकली, गुढ़ा खास की मंजू देवी, मड़ैया की लक्ष्मी देवी, दहेलखंड के राधेलाल, सरसेला की चंद्रकली, दमरास की राजेश्वरी, कुटरा की गोमती ने हस्ताक्षर नहीं किए हैं और अंगूठा लगाया है। जिससे स्पष्ट है कि यह सदस्य अशिक्षित हैं। ब्लाक प्रमुख के मतदान के समय प्रत्याशी के नाम के सामने एक या दो लिखकर मत का प्रयोग किया जाता है। अशिक्षित बीडीसी जब प्रत्याशी का नाम ही नहीं पढ़ सकेंगे तो मत का प्रयोग भी नहीं कर पाएंगे। ऐसे बीडीसी सदस्यों के लिए हेल्पर की आवश्यकता पड़ेगी तभी वह मतदान कर सकेंगे। हालांकि सदस्य जिस प्रत्याशी को मतदान करने के लिए इशारा करेगा हेल्पर उसी के पक्ष में मतदान करता है लेकिन प्रत्याशियों के सामने हेल्पर को लेकर संदेह की स्थिति बनी रहती है। कार्य योजना बनाते समय रहती अहम भूमिका

ब्लाक प्रमुख चुने जाने के बाद जब क्षेत्र पंचायत समिति की बैठक होती है। उस समय भी क्षेत्र पंचायत सदस्य की सहमति के मुताबिक विकास संबंधी कार्य योजनाएं तैयार की जाती हैं। अशिक्षित सदस्यों एवं चुनी गई महिलाओं के प्रतिनिधि ही प्रतिनिधित्व करते हैं इसीलिए चुनी गई महिला बीडीसी के पति को बीडीसी कहकर संबोधित किया जाता है। निर्वाचित बीडीसी केवल खानापूर्ति करते हैं।

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