बच्चों के पेट के कीड़े निकालने को दो अगस्त से खिलाई जाएगी दवा

जागरण संवाददाता उरई राष्ट्रीय कृमि मुक्ति अभियान का आयोजन इस बार सघन दस्त नियंत्रण पखवाड़े के साथ दो अगस्त से पूरे जिले में किया जाएगा। यह अभियान दो से 11 अगस्त तक चलेगा। इस दौरान फ्रंटलाइन वर्कर आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता घर-घर भ्रमण कर एक से 19 साल तक के बालक बालिकाओं को पेट के कीड़े निकालने की दवा एल्बेंडाजोल टेबलेट खिलाएंगी।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 29 Jul 2021 05:48 PM (IST) Updated:Thu, 29 Jul 2021 05:48 PM (IST)
बच्चों के पेट के कीड़े निकालने को दो अगस्त से खिलाई जाएगी दवा
बच्चों के पेट के कीड़े निकालने को दो अगस्त से खिलाई जाएगी दवा

जागरण संवाददाता, उरई : राष्ट्रीय कृमि मुक्ति अभियान का आयोजन इस बार सघन दस्त नियंत्रण पखवाड़े के साथ दो अगस्त से पूरे जिले में किया जाएगा। यह अभियान दो से 11 अगस्त तक चलेगा। इस दौरान फ्रंटलाइन वर्कर आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता घर-घर भ्रमण कर एक से 19 साल तक के बालक, बालिकाओं को पेट के कीड़े निकालने की दवा एल्बेंडाजोल टेबलेट खिलाएंगी।

पेट में कीड़े होने से उनके विकास में रुकावट आती है और वह बीमारियों से ग्रसित होते हैं। ऐसे में बच्चों को दवा खिलाना जरूरी है। राष्ट्रीय कृमि मुक्ति अभियान के तहत एक से दो साल तक के बच्चों को एल्बेंडाजोल की 200 एमजी की आधी गोली चूरा बनाकर पानी से खिलाई जाएगी, जबकि दो से तीन साल के बच्चों को पूरी गोली चूरा बनाकर पानी के साथ खिलाई जाएगी। तीन साल से 19 साल तक के बच्चों को एल्बेंडाजोल की 400 एमजी की पूरी गोली खिलाई जानी है। 1226 टीमों को दिया काम

1226 टीमें बनाई गई है, जो अपनी निगरानी में बच्चों को दवा खिलाने का काम करेंगी। इसकी देखरेख की जिम्मेदारी डीसीपीएम, बीसीपीएम, बीपीएम व बाल विकास परियोजना के अधिकारियों को भी दी गई है। इस अभियान की रोजाना मानीटरिग भी की जाएगी। आशा कार्यकर्ताओं से कहा गया है कि वह बच्चों के माता पिता या अभिभावक से साफ कटोरी मांगे और उन्हीं के सामने बच्चे को दवाई खिलाएं । किसी भी दशा में दवा बच्चों के माता पिता को न दी जाए। अपने सामने ही दवा खिलाई जाए। बच्चों के अभिभावकों को यह भी बताया जाए कि किसी तरह के प्रतिकूल लक्षण होने पर तत्काल स्वास्थ्य केंद्र पर संपर्क करें। जिससे बच्चों की निगरानी की जा सके। जल्द वितरित होगी ब्लाक पर दवा

जिला शीघ्र हस्तक्षेप प्रबंधक (डीईआईसी मैनेजर) रवींद्र सिंह चौधरी का कहना है कि जिले के सात लाख से अधिक इस आयु वर्ग के बच्चों को दवा खिलाई जानी है। एल्बेंडाजोल की दवाएं आ गई है। जल्द ब्लॉक स्तर पर दवा वितरित कर दी जाएगी। ग्रामीण क्षेत्रों में 1181 आशा को दिया कार्य

डीसीपीएम धमेंद्र कुमार बताया कि अभियान में ग्रामीण क्षेत्र की 1181 व शहरी क्षेत्र की 45 आशा कार्यकर्ता, आंगनबाड़ी के साथ दवा खिलाएंगी और एएनएम, सीएचओ इसकी रोजाना मानीटरिग करेंगी। कोट

इस आयु वर्ग में बच्चों का शारीरिक और मानसिक विकास तेजी से होता है। इसलिए किसी तरह की लापरवाही को बच्चों के स्वास्थ्य के प्रति नहीं करना है।

डा. एसडी चौधरी, अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी

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