कई हैंडपंप जमींदोज, विभाग नहीं दे रहा ध्यान

संवाद सहयोगी, कालपी : नगर में लोगों की प्यास बुझाने के लिए जल संस्थान द्वारा लगभग छह सैकड़ा ह

By JagranEdited By: Publish:Thu, 17 Jan 2019 11:16 PM (IST) Updated:Thu, 17 Jan 2019 11:16 PM (IST)
कई हैंडपंप जमींदोज, विभाग नहीं दे रहा ध्यान
कई हैंडपंप जमींदोज, विभाग नहीं दे रहा ध्यान

संवाद सहयोगी, कालपी : नगर में लोगों की प्यास बुझाने के लिए जल संस्थान द्वारा लगभग छह सैकड़ा हैंडपंप नगर के वार्डों में लगवाए गए हैं। हालांकि अधिकतर खराब पड़े हुए हैं। नतीजा, नलकूप बंद होने पर लोग पानी के लिए त्राहि-त्राहि करते हैं। हालत यह है कि रखरखाव के अभाव मे हैंडपंप जमीदोंज हो रहे हैं। लोग लगातार शिकायतें कर रहे हैं लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है।

जलसंस्थान के मुताबिक नगर के 25 वार्डों में लगभग 635 हैंडपंप लगे हैं। जिनमें से अधिकतर हैंडपंप पिछले पांच वर्षो से खराब पड़े हैं। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के सामने वाली रोड पर पीला घाट तक लगभग आधा दर्जन हैंडपंप खराब होकर मुंह चिढ़ा रहे हैं। बजरिया चौराहा, ठक्कर बापा इंटर कॅालेज के बाहर लगे हैंडपंपों का भी यही हाल है। इन हैंडपंपों के हैंडल तक लोग निकाल ले गए। जब भी लोगों ने गुहार लगाई तो रीबोर व जल्द ठीक करवाने का आश्वासन जल संस्थान ने दे दिया। नगर के करीब एक दर्जन से अधिक हैंडपंप जमीन में समा चुके हैं।

जांच हो तो खुलेगी कागज व धरातल की हकीकत

स्थानीय राजेश द्विवेदी, संतोष, सुरजीत ¨सह, सुनील ¨सह, राजू आदि बताते हैं कि यदि रीबोर किए गए हैंडपंपों की जांच करवा दी जाए तो हकीकत सामने आ जाएगी। क्योंकि कागजों में तो हैंडपंपों को रीबोर करा दिया गया लेकिन धरातल पर उनका नामोनिशान तक नहीं है। इन हैंडपंपों का मोल गर्मियों में पता चलता है। जब ये किसी प्यासे की प्यास बुझाते हैं।

बोले जिम्मेदार

इस संबंध में अवर अभियंता सभापति यादव बताते हैं कि बजट के अभाव में अब हैंडपंप को ठीक कराने की जिम्मेदारी नगर पालिका को दे दी गई है। जिसकी प्रक्रिया चल रही है बजट न होने से हैंडपंप ठीक नहीं हो पा रहे हैं।

chat bot
आपका साथी