किसानों की समस्याएं दूर करेगा कृषि विज्ञान केंद्र

जागरण संवाददाता उरई कृषि विज्ञान केंद्र रूरा मल्लू में बुधवार को कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वि

By JagranEdited By: Publish:Wed, 17 Nov 2021 11:23 PM (IST) Updated:Wed, 17 Nov 2021 11:23 PM (IST)
किसानों की समस्याएं दूर करेगा कृषि विज्ञान केंद्र
किसानों की समस्याएं दूर करेगा कृषि विज्ञान केंद्र

जागरण संवाददाता, उरई: कृषि विज्ञान केंद्र रूरा मल्लू में बुधवार को कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय बांदा के नवनियुक्त कुलपति डा. नरेंद्र प्रताप सिंह ने भ्रमण किया। केंद्र के वैज्ञानिकों एवं अन्य कर्मचारियों के कार्यों की समीक्षा की। बैठक में सभी वैज्ञानिकों के कार्यों को सराहा गया।

बैठक में कुलपित डा. नरेंद्र प्रताप सिंह ने कृषकों को पूर्ण विश्वास दिलाया कि खेती से संबंधित सभी समस्याओं के निदान के लिए कृषि विज्ञान केंद्र प्रयासरत है। साथ ही उन्होंने कृषकों के बीच अपनी प्रसन्नता जाहिर करते हुए केवीके में स्थापित विभिन्न इकाइयों को प्रत्यक्ष देख उनको कृषकों द्वारा अपनाने पर भी जोर दिया। बैठक के बाद आरकेवीवाई योजना के अंतर्गत 15 कृषकों को स्प्रिंकलर एवं दो कृषकों को ड्रिप सिस्टम वितरित किया। कुलपति ने केंद्र पर स्थापित सभी इकाइयों की प्रशंसा की एवं वैज्ञानिकों के कार्यों को सराहाते हुए भविष्य में कृषकों को अधिक लाभ देने वाली तकनीकों के प्रसार पर जोर दिया। उन्होंने केंद्र में भ्रमण कर वहां की स्थिति का जायजा लिया जिसमें सभी कुछ दुरुस्त पाया गया। इसके पहले केंद्र अध्यक्ष डा. राजीव कुमार सिंह एवं अन्य कृषकों ने कुलपति का माला पहनाकर स्वागत किया। इस दौरान विश्व विद्यालय प्रबंध समिति के सदस्य राजेश सिंह सेंगर, अनुज गौतम, डा. रजनीश चंद्र मिश्रा, डा. राजकुमारी एवं प्रगतिशील कृषक अशोक कुमार सिंह, बृजेश त्रिपाठी, क्षमा नंद, लक्ष्मी नारायण चतुर्वेदी एवं मानसिंह आदि मौजूद रहे।

गोशालाओं में सर्दी से बचाव के लिए व्यवस्थाएं कराई जाएं दुरुस्त

संवाद सूत्र, कदौरा: बीडीओ ने ब्लाक क्षेत्र के ग्राम दशहरी, बारा और सुरहती ग्राम पंचायतों में पहुंचकर वहां बनी अस्थाई गोशालाओं का निरीक्षण किया तथा संबंधित सचिवों को सख्त दिशा निर्देश दिए।

बुधवार को बीडीओ अश्विनी कुमार सिंह ने ब्लाक क्षेत्र की तीन ग्राम पंचायतों में पहुंचकर वहां बनी अस्थायी गोशालाओं की व्यवस्थाओं को परखा। उन्होंने ग्राम दशहरी, बारा व सुरहती में पहुंचकर गोशाला का निरीक्षण कर भूसे चारे तथा मवेशियों को सर्दी से बचाव के लिए तिरपाल तथा बांस के टट्टर आदि की व्यवस्था करने के निर्देश सचिवों को दिए। बीडीओ ने बताया कि ब्लाक क्षेत्र में कुल 56 गोशालाओं का संचालन हो रहा है जिनमें से 35 गोशालाएं ऐसी हैं जहां पर मवेशियों के लिए टीन सेड आदि की व्यवस्था है। जहां पर यह व्यवस्था नही है वहां पर मवेशियों को सर्दी से बचाव के लिए तिरपाल बांस के टट्टर आदि की व्यवस्था की जा रही है। अलाव जलाने के लिए लकड़ी और उनके खानपान के लिए भूसे चारे के प्रबंध के सख्त दिशा निर्देश संबंधित कर्मचारियों को दिए गए हैं।उन्होंने बताया कि जिन गोशालाओं के पास से विद्युत केबिल निकली हुई है वहां पर सभी गोशालाओं में उजाले के लिए कनेक्शन भी करवाए जा रहे हैं। जहां पर विद्युत केबिल नहीं है वहां सोलर लाइटें लगवाई जा रही हैं। उन्होंने सभी सचिवों संग बैठक कर निर्देश देते हुए कहा कि कार्य में शिथिलता किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उनके साथ एडीओ पंचायत मनोज कुमार व संबंधित गांवों के सचिव और प्रधान मौजूद रहे।

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