1.10 करोड़ रुपये के बिल घोटाले की शुरू हुई जांच

-बिजली बिल संशोधन कराने की आड़ में हुआ था खेल -आरोपित अवर अभियंता की बढ़ी मुश्किलें द

By JagranEdited By: Publish:Sun, 19 Sep 2021 11:06 PM (IST) Updated:Sun, 19 Sep 2021 11:06 PM (IST)
1.10 करोड़ रुपये के बिल घोटाले की शुरू हुई जांच
1.10 करोड़ रुपये के बिल घोटाले की शुरू हुई जांच

-बिजली बिल संशोधन कराने की आड़ में हुआ था खेल

-आरोपित अवर अभियंता की बढ़ी मुश्किलें, दाखिल होगा आरोप पत्र जागरण संवाददाता, उरई : बिजली बिल संशोधन की आड़ में सरकार को 1.10 करोड़ रुपये की चपत लगाने के मामले में विभागीय जांच शुरू हो गई है। अवर अभियंता रामू गुप्ता की यूजर आइडी से बड़े उपभोक्ताओं के बिल कम किए गए थे। जिन बकायेदारों के बिल कम किए उनकी सूची लीक होने के बाद मामला खुला था। करीब एक साल बाद जांच शुरू हुई है। जांच अधिकारी बनाए गए अधिशासी अभियंता मनोज कुमार के मुताबिक आरोपित अवर अभियंता ने बकायेदारों को लाभ पहुंचाने के लिए अपनी यूजर आइडी का दुरुपयोग किया है।

बिजली विभाग में यह खेल काफी समय से चल रहा था। पिछले साल अगस्त माह में मामला तब तूल पकड़ गया जब एक जेई की यूजर आइडी से करीब सौ लोगों के बिलों में 40 हजार से दो लाख रुपये तक कम कर दिए गए थे। सूची लीक होने पर किसी अभियंता के पास इस बात का जवाब नहीं था कि बिल किस आधार पर कम हुए हैं। गर्दन फंसती देख अवर अभियंता ने पेशबंदी के तहत कोतवाली में एक तहरीर दी, जिसमें कहा गया था कि उसकी यूजर आइडी आपरेट कर किसी ने यह गड़बड़ी की। इस तर्क से अवर अभियंता कानूनी कार्रवाई से बचने के लिए पेशबंदी करने में सफल हो गए लेकिन विभागीय कार्रवाई को लेकर तलवार लटकी हुई थी। करीब एक साल बाद अधिशासी अभियंता मनोज कुमार को मामले की जांच सौंप दी गई है। हालांकि 80 फीसद जांच पूरी भी हो गई है। उन्होंने बताया कि अभी तक की पड़ताल में जो तथ्य सामने आए हैं, उसके मुताबिक अवर अभियंता रामू गुप्ता ने बकायेदारों को लाभ पहुंचाने के लिए अपनी यूजर आइडी का दुरुपयोग किया है। सरकार को नुकसान पहुंचाते हुए बिल संशोधित किए गए। उनके विरुद्ध आरोप पत्र लाया जा रहा है।

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जेई की आइडी से हुआ खेल

विद्युत वितरण खंड के जेई रामू गुप्ता की यूजर आइडी से सबसे ज्यादा बिल संशोधित किए गए, हालांकि मामला खुलने के बाद तत्कालीन अभियंता सुभाष चंद्र सचान ने इस आइडी से हुए संशोधित बिल निरस्त कर दिए थे।

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बिल की राशि कम कराने वाले बड़े उपभोक्ता

उपभोक्ता धनराशि

रामपाल - 1,59,534

शिव सहाय - 64,196

ऊषा - 44,815

शहनाज - 64,798

प्रमोद कुमार - 55,963

रामू देवी - 1,14,104

दुर्गा - 2,14,000

सुनीता - 79,401

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66 लोगों के बिल हुए थे संशोधित

अधिशासी अभियंता मनोज कुमार ने बताया कि कुल 66 लोगों के बिल संशोधित हुए हैं, जिन पर जांच की जी रही है। बिदुवार जांच पूरी हो गई है, अब उपभोक्ताओं के बयान भी दर्ज किए जाएंगे। कार्रवाई की संस्तुति कर जांच रिपोर्ट अधीक्षण अभियंता व मुख्य अभियंता को भेजी जाएगी।

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