टीका लगने से बच्चे की मौत की घटना की जांच शुरू

संवाद सहयोगी कोंच मोहल्ला प्रताप नगर में टीका लगाए जाने के बाद मासूम की हुई मौत के मामल

By JagranEdited By: Publish:Fri, 26 Feb 2021 06:54 PM (IST) Updated:Fri, 26 Feb 2021 06:54 PM (IST)
टीका लगने से बच्चे की मौत की घटना की जांच शुरू
टीका लगने से बच्चे की मौत की घटना की जांच शुरू

संवाद सहयोगी, कोंच : मोहल्ला प्रताप नगर में टीका लगाए जाने के बाद मासूम की हुई मौत के मामले में जांच करने के लिए एसीएमओ चिकित्सकों के साथ मासूम के घर पहुंचे और स्वजनों के बयान दर्ज किए।

छह माह के शिवांश की एएनएम के टीका लगाए जाने के बाद हालत बिगड़ गई थी, बाद में उसकी मृत्यु हो गई। शिवांश के पिता जीतू का आरोप था कि एएनएम के लापरवाही बरतने एवं गलत टीका वैक्सीन का प्रयोग करने के कारण उनके बच्चे की मौत हुई थी। दैनिक जागरण ने इस खबर को प्रमुखता से प्रकाशित भी किया था जिसके बाद स्वास्थ्य महकमा हरकत में आया और एसीएमओ सत्यप्रकाश, डब्लूएचओ की प्रतिनिधि महिला चिकित्सक रूपल, सीएचसी के प्रभारी डॉ. आरके शुक्ला मृतक के घर पहुंचे और उनके माता पिता से बच्चे के शव का पोस्टमार्टम कराने की बात कही ताकि आरोपों की जांच की जा सके। स्वजनों ने पोस्टमार्टम कराए जाने की मांग को ठुकरा दिया। उन्होंने अपने बच्चे को दफना दिया है। अब वह बच्चे का पोस्टमार्टम नहीं कराना चाहते, लेकिन फिर भी स्वजनों ने बच्चे की मौत का कारण लगाए गए वैक्सीन के डिब्बे की जांच के लिए भेजा जाएगा।

एसीएमओ डॉ. सत्यप्रकाश ने बताया कि जो वैक्सीन का टीका मासूम को लगाया गया था उस वैक्सीन के डिब्बे को सीज कर दिया गया है। अब इस डिब्बे को जांच के लिए हिमाचल प्रदेश के कसौली में स्थित प्रयोगशाला में भेजा जाएगा यदि जांच के बाद वैक्सीन में कोई खराबी पाई जाएगी तो संबंधित के विरुद्ध कार्रवाई की जा सके। इस मौके पर उन्होंने सीएचसी पर एएनएम से भी पूछताछ की। चिकित्सकों के अनुसार जो टीका मृतक को दिया गया था उसका सही समय डेढ़ माह से साढ़े तीन माह के बीच का है। सीएचसी के प्रभारी डॉ. आरके शुक्ला कहते हैं कि एक वर्ष तक के बच्चे को टीका लगाया जा सकता है। उसके कोई साइड इफेक्ट नहीं होते हैं। यही टीका 8 और बच्चों को उसी समय लगाया गया था।

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