मिट्टी का परीक्षण करके बोआई करने पर बढ़ती पैदावार
जागरण संवाददाता उरई विश्व मृदा दिवस के उपलक्ष्य मृदा लवनी करण को रोकें मृदा उत्पादकता
जागरण संवाददाता, उरई : विश्व मृदा दिवस के उपलक्ष्य मृदा लवनी करण को रोकें, मृदा उत्पादकता को बढ़ावा दें विषय पर गोष्ठी कृषि विज्ञान केंद्र रूरा मल्लू में की गई व खेतों में जाकर कृषि वैज्ञानिकों ने किसानों को कई जानकारियां दीं।
कृषि विज्ञान केंद्र के अध्यक्ष डा. राजीव कुमार सिंह ने किसानों को मृदा स्वास्थ्य के महत्व को बताते हुए मृदा नमूना कैसे लें, इसका प्रैक्टिकल खेत में करके किसानों को दिखाया। उन्होंने कहा कि जब किसान मिट्टी का परीक्षण करके खेतों में बोआई करेगा तो मिट्टी में क्या कमी है उस तत्व की पूर्ति के लिए खाद डाली जाएगी जिससे पैदावार में इजाफा हो सके। पशु पालन वैज्ञानिक डा. अनुज कुमार गौतम ने विश्व मृदा दिवस पर कहा कि पशुपालन मृदा स्वास्थ्य को बनाने में अहम रोल अदा कर सकता है एवं खेती करते हुए पशुपालन से कैसे आमदनी को बढ़ाया जाए इसकी भी जानकारी दी। फसल वैज्ञानिक डा. रजनीश चन्द्र मिश्रा ने बताया कि किसान भाई अपने फसलों की सुरक्षा जैविक विधि से बिना कीटनाशक का प्रयोग किए भी कर सकते हैं। इस मौके पर बांदा कृषि विश्वविद्यालय के चतुर्थ वर्ष के कृषि के समस्त छात्र, शिवशंकर चतुर्वेदी, क्षमा नंद सहित कई लोग मौजूद रहे।