गेहूं खरीद में किसानों छनाई के नाम पर वसूले जा रहे 80 रुपये प्रति क्विंटल

संवाद सहयोगी जालौन गल्ला मंडी में संचालित सरकारी गेहूं खरीद केंद्रों में किसानों से पल्लेदा

By JagranEdited By: Publish:Sun, 09 May 2021 05:58 PM (IST) Updated:Sun, 09 May 2021 05:58 PM (IST)
गेहूं खरीद में किसानों छनाई के नाम पर वसूले जा रहे 80 रुपये प्रति क्विंटल
गेहूं खरीद में किसानों छनाई के नाम पर वसूले जा रहे 80 रुपये प्रति क्विंटल

संवाद सहयोगी, जालौन : गल्ला मंडी में संचालित सरकारी गेहूं खरीद केंद्रों में किसानों से पल्लेदारी व छनाई के नाम पर अवैध वसूली हो रही है। शासन द्वारा निर्धारित 20 रुपए के स्थान पर 60 - 80 रुपये प्रति कुंतल वसूल किए जा रहे हैं।

किसानों को उनकी उपज का सही मूल्य दिलाने के लिए मंडी में सरकारी गेहूं खरीद केंद्र संचालित है। सरकारी क्रय केंद्र संचालक मनमर्जी पर उतारू हैं। सरकार द्वारा छनाई व पल्लेदारी के लिए 20 रुपये प्रति क्विंटल से देने का नियम है। सरकार द्वारा पल्लेदारी के लिए निर्धारित 20 रुपये के स्थान पर 60 - 80 रुपये प्रति क्विंटल वसूल किया जा रहा है। जो किसान सुविधा शुल्क देने में आनाकानी करते हैं। उन किसानों के गेहूं में नमी ज्यादा होने की बात कह कर भगा दिया जाता है। क्रय केंद्रों पर खुलेआम वसूली हो रही है तथा यह सिलसिला एक माह से चल रहा है। इसके बाद भी मंडी के सभापति को इसकी भनक तक नहीं है। ऐसा कैसे हो सकता है। यह चर्चा का विषय बना हुआ है तथा उनकी छवि पर सवाल खड़े हो रहे हैं। नाम न छापने की शर्त पर एक केंद्र प्रभारी ने बताया कि उनसे गोदाम में गेहूं जमा करने तक में पैसा लगता है। जब हमसे पैसा लिया जा रहा तो मजबूरी में हमें लेना पड़ता है। किसान रमाकांत निरंजन, भगवती शरण, रमेशचंद्र, दिनेश चंद्र श्रीवास्तव ने जिलाधिकारी से मांग की है कि मंडी में संचालित सरकारी गेहूं खरीद केंद्रों पर लिए जा रहे सुविधा शुल्क को बंद कराया जाय जिससे उन्हें सरकारी क्रय केंद्र पर गेहूं बेचने का सही लाभ मिल सके।

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