मंडी बंद होने से नहीं बिक रहा चना व सरसों
संवाद सहयोगी जालौन कोरोना कर्फ्यू के पूर्व से ही गल्ला मंडी बंद होने से छोटे किसान परेशान हैं। अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए चना लाही आदि किसान नहीं बेच पा रहे हैं। कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए नवीन गल्ला मंडी के व्यापारियों ने स्वत ही 26 अप्रैल से एक सप्ताह तक अपने अपने प्रतिष्ठान बंद करने की घोषणा की थी।
परेशानी
- अनाज न बिकने के कारण किसान पैसों के लिए परेशान
- अनिश्चित काल के लिए मंडी बंद होने के चलते बढ़ी समस्या
संवाद सहयोगी, जालौन : कोरोना कर्फ्यू के पूर्व से ही गल्ला मंडी बंद होने से छोटे किसान परेशान हैं। अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए चना, लाही आदि किसान नहीं बेच पा रहे हैं।
कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए नवीन गल्ला मंडी के व्यापारियों ने स्वत: ही 26 अप्रैल से एक सप्ताह तक अपने अपने प्रतिष्ठान बंद करने की घोषणा की थी। जब मंडी के खुलने का समय आया तभी प्रदेश सरकार ने कोरोना की चैन तोड़ने के लिए कोरोना कर्फ्यू की घोषणा कर दी। ऐसे में तभी से गल्ला मंडी बंद चल रही है। गल्ला मंडी के बंद होने से छोटे किसान परेशान हो रहे हैं। किसान मुन्ना बाबू प्रतापपुरा ने बताया कि इस समय सहालग का समय चल रहा है। छोटी मोटी जरूरतों को पूरा करने के लिए किसान मंडी में जाकर अपनी कुछ फसल बेच देते थे और व्यापारी उन्हें नगद भुगतान कर देते थे। जिससे काफी सहूलियत होती थी। मंडी बंद होने से ऐसे छोटे किसान परेशान हैं। जब मंडी खुलेगी तभी फसल बिक सकेगी। किसान अजय तिवारी कुंवरपुरा ने बताया कि गेहूं तो लेबी पर बिक रहा है लेकिन जिन किसानों के पास चना और सरसों जैसी अन्य फसल है वह उन्हें घर में रखने को मजबूर हैं। क्योंकि मंडी बंद होने के चलते फसल को कहीं बेचने के लिए नहीं ले जा पा रहे हैं। उम्मीद कर रहे हैं कि जल्द ही मंडी खुल जाए। लेकिन तब तक क्या किया जाए समझ नहीं आ रहा है।