स्वार्थ सिद्धि के लिए नहीं करनी चाहिए मित्रता

संवाद सहयोगी कालपी भगवान श्रीकृष्ण राजा थे जबकि सुदामा गरीब ब्राह्माण लेकिन जब सुदामा श्रीक

By JagranEdited By: Publish:Tue, 19 Oct 2021 11:32 PM (IST) Updated:Tue, 19 Oct 2021 11:32 PM (IST)
स्वार्थ सिद्धि के लिए नहीं करनी चाहिए मित्रता
स्वार्थ सिद्धि के लिए नहीं करनी चाहिए मित्रता

संवाद सहयोगी, कालपी : भगवान श्रीकृष्ण राजा थे, जबकि सुदामा गरीब ब्राह्माण, लेकिन जब सुदामा श्रीकृष्ण से मिलने पहुंचे तो वे खुशी से झूम उठे। श्रीकृष्ण ने अपने हाथों से मित्र के पैर धोए, ऐसा करते वक्त सुदामा के पैरों में घाव देख उनकी आंखों से आंसू आ गए। मित्रता ऐसी ही होनी चाहिए। यह प्रसंग मंगलवार को उसरगांव स्थित विधायक कार्यालय परिसर में भागवत कथा के दौरान आचार्य मनोज अवस्थी ने व्यक्त किए।

उसरगांव स्थित कार्यालय परिसर में जारी भागवत कथा का मंगलवार को पांचवें दिन आचार्य श्री अवस्थी ने कहा कि सच्ची मित्रता में अमीरी और गरीबी के कोई मायने नहीं होते। आज के समय में लोग स्वार्थ सिद्धि के लिए मित्रता को भूल जाते हैं। लोगों को श्रीकृष्ण व सुदामा की दोस्ती से सीख लेनी चाहिए। इससे पूर्व उन्होंने श्रीकृष्ण भगवान के जन्म का प्रसंग सुनाते हुते कहा कि अहंकार को तोड़कर भगवान ने तमाम कृष्ण सहकर इस धरती पर जन्म लिया था।

इसके साथ ही आचार्य अवस्थी ने भजनों के माध्यम से श्रीमद् भागवत के कई प्रसंगों के संक्षेप में संगीतमय ढंग से श्रद्धालुओं को सुनाया। प्रदेश सरकार के कृषि राज्यमंत्री लाखन सिंह राजपूत व श्रम राज्यमंत्री मनोहर लाल मन्नू कोरी व ललितपुर विधायक रतनलाल, विधायक नरेंद्र सिंह जादौन ने कथा के बाद भगवान की आरती की। इस मौके पर शिवपाल सिंह, राघवेंद्र प्रताप सिंह, विपलेंद्र सिंह, विजय सिंह, कल्याण सिंह, आलोक मिश्रा, राहुल पुरवार मौजूद रहे।

कलश यात्रा आज

जालौन : विकास खंड के ग्राम महिया खास में 11 कुंडीय श्रीराम महायज्ञ का आयोजन होने जा रहा है। बुधवार को कलश यात्रा के साथ शुभारंभ होगा। यह जानकारी महामंडलेश्वर निर्भय दास त्यागी जी महाराज ने दी। संस

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