आरोग्य स्वास्थ्य मेला में निश्शुल्क मिलीं स्वास्थ्य सेवाएं
- 30 ग्रामीण पीएचसी व शहरी क्षेत्र की छह पीएचसी पर आयोजित हुआ शिविर - 2106 मरीजों की ह
- 30 ग्रामीण पीएचसी व शहरी क्षेत्र की छह पीएचसी पर आयोजित हुआ शिविर
- 2106 मरीजों की हुई निश्शुल्क जांच,149 लाभार्थियों के बनाए गए गोल्डन कार्ड जागरण संवाददाता, उरई : कोविड-19 पर काफी हद तक नियंत्रण पाने के बाद मुख्यमंत्री आरोग्य स्वास्थ्य मेलों का आयोजन दोबारा शुरू हुआ। जिले के 30 ग्रामीण क्षेत्र की पीएचसी एवं शहरी क्षेत्र की छह पीएचसी पर आयोजित मेले में 2106 मरीजों की निश्शुल्क जांच और दवाइयां दी गईं। साथ ही 149 लाभार्थियों के गोल्डन कार्ड बनाए गए।
रविवार को सोमई पीएचसी में मुख्य मुख्यमंत्री आरोग्य स्वास्थ्य मेले का उद्घाटन जिला पंचायत अध्यक्ष घनश्याम अनुरागी ने किया । कोविड-19 के बढ़ते संक्रमण से मुख्यमंत्री आरोग्य स्वास्थ्य मेला आयोजित नहीं हो पा रहा था। कार्यक्रम में सदर विधायक गौरीशंकर वर्मा ने कहा कि फिलहाल खुशी की बात यह है कि कोविड प्रोटोकाल के साथ यह आयोजन दोबारा शुरू हो सका हैं। कोरोना काल ने यह सीख दिया है कि स्वास्थ्य अब हमारी प्राथमिकता है। इसमें लापरवाही हम सभी के लिए घातक होगी।
------------
एक छत के नीचे सभी स्वास्थ्य सुविधाएं
कार्यक्रम में पहुंचीं जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन ने बताया कि शासन के निर्देश पर जिले के कुल 36 जगह मुख्यमंत्री आरोग्य स्वास्थ्य मेलों का आयोजन किया जा रहा है। मेला कराने का उद्देश्य स्पष्ट है कि एक ही छत के नीचे लोगों को अधिकाधिक स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया हो सके। इस दौरान जांच, उपचार और दवाएं आदि उपलब्ध हों। हमारा प्रयास है कि इस मेले से अधिक से अधिक लोग लाभान्वित हों।
---------------
बोले लाभार्थी
मुख्यमंत्री आरोग्य स्वास्थ्य मेला के आयोजन से बहुत संतुष्ट हूं। यहां तो घर के सभी लोग एक साथ आकर अपना-अपना इलाज करवा सकते हैं। मैंने भी अपनी समस्या पर डॉक्टर से परामर्श लिया।
दीनदयाल, ग्राम सोमई
-----------------------------------
इनसेट ..
मेले में मिलीं सुविधाएं
मुख्यमंत्री आरोग्य स्वास्थ्य मेलों में गोल्डन कार्ड बनवाने, गर्भावस्था एवं प्रसवकालीन परामर्श, पूर्ण टीकाकरण एवं परिवार नियोजन संबंधी साधनों एवं परामर्श की व्यवस्था रही। इसके साथ ही संस्थागत प्रसव संबंधी जागरूकता, जन्म पंजीकरण परामर्श, नवजात शिशु स्वास्थ्य सुरक्षा परामर्श एवं सेवाएं, बच्चों में डायरिया एवं निमोनिया की रोकथाम के साथ ही टीबी, मलेरिया, डेंगू,फाइलेरिया, कुष्ठ आदि बीमारियों की जानकारी, जांच एवं उपचार की निशुल्क सेवाएं दी गई। पीएचसी पर जो जांचें नहीं हो पाईं उन मरीजों को जांच के लिए सीएचसी अथवा जिला चिकित्सालय रेफर कर दिया गया।
---------------
मेला परिसर में प्रवेश करने से पूर्व प्रत्येक व्यक्ति की स्क्रीनिग की गई। मेले में मास्क और सैनिटाइजर की भी व्यवस्था रही। जांच, उपचार और दवाओं आदि की सुविधा आसानी से लोगों को मिल सकी है।
डा. एनडी शर्मा, मुख्य चिकित्सा अधिकारी