18 माह में 30 वादों का खाद्य विभाग कर सका फैसला
जागरण संवाददाता उरई 18 माह में खाद्य विभाग सिर्फ 30 वादों का निस्तारण कर सका है। यही क
जागरण संवाददाता, उरई : 18 माह में खाद्य विभाग सिर्फ 30 वादों का निस्तारण कर सका है। यही कारण है कि जिले में अवैध खाद्य वस्तुओं का प्रयोग धड़ल्ले से चल रहा है। त्योहारी सीजन में इक्का-दुक्का छापे मारकर कार्रवाई की जाती है। जिसकी वजह से दुकानदार अपनी मनमानी कर लाखों रुपये का खेल कर रहे हैं। ऐसे अवैध संचालकों के खिलाफ कार्रवाई करने में विभाग पुरजोर कोशिश नहीं कर पा रहा है।
आंकड़ों को देखे तो अप्रैल 2020 से सितंबर 2021 तक खाद्य सुरक्षा विभाग ने कुल 607 निरीक्षण कर कुल 76 छापे ही मार सका है। ऐसे में शहर से लेकर ब्लाकों तक अवैध कालाबाजारी का खेल नहीं रुक पा रहा है। वहीं विभाग 18 माह में 78 नमूने लिए हैं, जिसमें 59 मिलावटखोर पकड़े गए। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि विभागीय कार्रवाई लगातार होती रहे तो इस खेल को रोका जा सकता है। शहर के बजरिया में इस समय अवैध खोवा, दूध, आटा, दाल, तेल, हल्दी, नमकीन, सौंप आदि सामग्री में खेल अधिक हो रहा है। जिस पर रोक लग पाना मुश्किल हो गया है। त्योहारी सीजन को देखते लगातार तीन दिन से अभियान चलाया जा रहा है। जिसमें चार से पांच कार्रवाई ही हो रही है।
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तीन दिन से हो रही कार्रवाई पर नजर
दिन - कार्रवाई
शुक्रवार, 9
गुरुवार, 4
बुधवार, 5
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अब तक के आंकड़ों पर एक नजर
कुल निरीक्षण 610
कुल छापे 79
कुल नमूने 96
मिलावटी 59
वाद दायर 61
वादों का निस्तारण 38
जुर्माना 896000
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अभियान पर गति दिया जा रहा है। शुक्रवार को भी नौ जगह से नमूने लिए गए हैं। अवैध संचालकों को रोकने की पूरी कोशिश की जा रही है।
-दिनेश चंद्र, खाद्य सुरक्षा अधिकारी