समिति बंद होने से खाद के लिए परेशान हो रहे किसान

संवाद सूत्र सिरसा कलार रबी की बोआई होने के बाद किसान चना मटर मसूर की फसल में यूरि

By JagranEdited By: Publish:Tue, 07 Dec 2021 11:38 PM (IST) Updated:Tue, 07 Dec 2021 11:38 PM (IST)
समिति बंद होने से खाद के लिए परेशान हो रहे किसान
समिति बंद होने से खाद के लिए परेशान हो रहे किसान

संवाद सूत्र, सिरसा कलार : रबी की बोआई होने के बाद किसान चना, मटर, मसूर की फसल में यूरिया खाद का छिड़काव करता है। समितियों पर खाद न मिलने से किसान तीन दिनों से परेशान हैं। हदरुख सोसायटी बंद रहने से क्षेत्र में कई गांवों के किसान रोजाना चक्कर लगा रहे हैं।

प्रदेश सरकार के लाख प्रयासों के बाद भी किसानों को समय से खाद नहीं मिल पा रहा है। हालत यह है कि जहां खाद मिल भी रही है तो वहां पर अधिक रेट वसूले जा रहे हैं। जिससे किसान खासे परेशान हैं और खाद के लिए दर-दर भटक रहे हैं। क्षेत्र की हदरुख सोसायटी बंद रहने से किसान प्राइवेट दुकानों से 300 रुपये तक महंगी खाद की बोरी खरीद रहे हैं। कई जगह अभी किसान गेहूं की बोआई कर रहे हैं और उन्हें डीएपी की जरूरत पड़ रही है लेकिन उन्हें डीएपी नहीं मिल पा रही है। यूरिया की उपलब्धता कराकर किसानों को टरका दिया जाता है। किसानों ने सचिव पर आरोप लगाए कि केवल प्रभावशाली लोगों को आसानी से खाद दी जाती है और छोटे किसानों को खाद के लिए परेशान किया जाता है। कई किसानों को चना, मटर, मसूर, सरसों की फसल के लिए यूरिया की जरूरत वह भी हदरुख समितिय पर ताला लगा होने से नहीं मिल पा रही है। वहां के कर्मचारी कहते हैं कि तीन दिनों से खाद नहीं है दो दिनों में आ जाएगी। किसान शिव कुमार सिंह, पंकज सिंह, मनोज वर्मा, शिव कांति ने कहा कि खाद के लिए वह हदरुख सोसायटी के चक्कर लगा रही हैं लेकिन खाद नहीं मिल रही है। इस समिति से निजामपुर, शेखपुर, हदरुख, बस्तेपुर, पंजुना, दौन, बिचौली, गड़ेरना सहित कई गांव के किसान खाद के लिए परेशान हैं। इस संबंध में एसडीएम जालौन सौरभ पांडेय का कहना है कि संबंधित सचिव से जानकारी की जाएगी। किसानों को खाद समय पर दी जाएगी। ढिलाई बरतने पर सचिव पर कार्रवाई भी की जाएगी।

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