क्रय केंद्रों पर किसानों से वसूला जा रहा सुविधा शुल्क

संवाद सहयोगी जालौन बंगरा मार्ग पर स्थित नवीन गल्ला मंडी में 11 सरकारी गेहूं खरीद केंद्र संचालित हो रहे हैं। इन खरीद केंद्रों पर किसानों से खुले आम सुविधा शुल्क वसूल किया जा रहा है। सुविधा शुल्क न देने पर किसान क्रय केंद्रों पर गेहूं नहीं खरीदा जा रहा है तथा उन्हें परेशान किया जा रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 07 May 2021 06:43 PM (IST) Updated:Fri, 07 May 2021 06:43 PM (IST)
क्रय केंद्रों पर किसानों से वसूला जा रहा सुविधा शुल्क
क्रय केंद्रों पर किसानों से वसूला जा रहा सुविधा शुल्क

उगाही

- गेहूं बेचने के लिए बुरी तरह से परेशान हैं किसान

- किसानों ने जिलाधिकारी से समस्या के समाधान को लगाई गुहार

संवाद सहयोगी, जालौन : बंगरा मार्ग पर स्थित नवीन गल्ला मंडी में 11 सरकारी गेहूं खरीद केंद्र संचालित हो रहे हैं। इन खरीद केंद्रों पर किसानों से खुले आम सुविधा शुल्क वसूल किया जा रहा है। सुविधा शुल्क न देने पर किसान क्रय केंद्रों पर गेहूं नहीं खरीदा जा रहा है तथा उन्हें परेशान किया जा रहा है।

किसान को उनकी उपज का सही मूल्य दिलाने के लिए मंडी में सरकारी गेहूं खरीद केंद्र संचालित है। सरकारी क्रय केंद्र संचालक मनमर्जी पर उतारू है। सरकार ने छनाई व पल्लेदारी के लिए 20 रुपये प्रति क्विटल से देने का नियम है। सरकार ने पल्लेदारी के लिए निर्धारित 20 रुपये के स्थान पर 60-80 रुपये प्रति क्विटल वसूल किया जा रहा है। जो किसान सुविधा शुल्क देने में आनाकानी करते हैं। उन किसानों के गेहूं में नमी ज्यादा होने की बात कह कर भगा दिया जाता है। क्रय केंद्रों पर खुलेआम वसूली हो रही है तथा यह सिलसिला एक माह से चल रहा है। इसके बाद भी मंडी के सभापति को इसकी भनक तक नहीं है। नाम न छापने की शर्त पर एक केंद्र प्रभारी ने बताया कि उनसे गोदाम में गेहूं जमा करने तक में पैसा लगता है। जब हमसे पैसा लिया जा रहा तो मजबूरी में हमें लेना पड़ता है। किसान रमाकांत निरंजन, रमेशचंद्र, दिनेश चंद्र ने जिलाधिकारी से मांग की है कि मंडी में संचालित सरकारी गेहूं खरीद केंद्रों पर लिए जा रहे सुविधा शुल्क को बंद कराया जाए जिससे उन्हें सरकारी क्रय केंद्र पर गेहूं बेचने का सही लाभ मिल सके।

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