आजादी के बाद भी पगडंडी न बन सके पक्के मार्ग

संवाद सहयोगी माधौगढ़ पगडंडी कच्ची रास्ता और घने जंगल से ग्राम कुरतला तक पहुंचना हर

By JagranEdited By: Publish:Wed, 04 Aug 2021 12:01 AM (IST) Updated:Wed, 04 Aug 2021 12:01 AM (IST)
आजादी के बाद भी पगडंडी न बन सके पक्के मार्ग
आजादी के बाद भी पगडंडी न बन सके पक्के मार्ग

संवाद सहयोगी, माधौगढ़ :

पगडंडी कच्ची रास्ता और घने जंगल से ग्राम कुरतला तक पहुंचना हर किसी के लिए मुसीबत भरा सफर रहता है। गोपालपुरा से तीन किमी लंबे रास्ते को तय करने में लोगों को मुसीबत का सामना करना पड़ता है। इस रास्ते को बनवाने के लिए किसी की नजरें इनायत नहीं हो सकी है।

आजादी के सात दशक बाद भी क्षेत्र में कई गांव विकास से अधूरे नजर आते हैं। कई जनप्रतिनिधि चुनाव के समय वोट मांगने तो जाते हैं लेकिन विकास कराने का लालीपाप देकर चले आते हैं। इसके बाद जब जीत जाते हैं तो वह इस गांव का नाम अपनी जुबान पर भी नहीं लाते हैं क्योंकि अगर चर्चा करेंगे तो विकास कराने का वादा याद आ जाएगा। तहसील क्षेत्र के ग्राम कुरतला का रास्ता गोपालपुरा से जाता है। यह रास्ता एकदम पगडंडी की तरह है जिससे बारिश के मौसम में गांव तक पहुंचना मुश्किल होता है। अगर गांव में कोई बीमार हो जाए तो एंबुलेंस भी नहीं पहुंच पाती है और लोग खाट पर लादकर मरीज को गोपालपुरा तक लाते हैं। शिकायतों का नहीं हुआ असर :

ग्रामीण सुनील यादव, विकास, अनिल विपिन का कहना है कि विधायक, सांसद, को कई शिकायती पत्र दे चुके हैं लेकिन अभी तक समस्या का समाधान नहीं हुआ है। आला अधिकारी भी शिकायतों को टोकरी में फेंक देते हैं। इससे अब तक इस कच्ची सड़क को बनाया नहीं जा सका है। जिम्मेदार बोले :

सड़क बनाने के लिए उच्च अधिकारियों को पत्र लिखकर भेजा जाएगा जिससे समस्या का समाधान हो सके। साथ ही गांव के लोगों की समस्या भी सुनी जाएगी।

शालिकराम, एसडीएम

गांव पर एक नजर :

गांव की आबादी - 1400

वोटिग - 980

हैंडपंप - 18

तालाब - 01

बिजली कनेक्शन - 25

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