मजदूरों को प्रशिक्षण देकर उपलब्ध कराया जा रहा रोजगार

संवाद सहयोगी जालौन कोरोना महामारी के दौरान बड़ी संख्या प्रवासी मजदूरों की घर वापसी हो

By JagranEdited By: Publish:Tue, 07 Dec 2021 11:35 PM (IST) Updated:Tue, 07 Dec 2021 11:35 PM (IST)
मजदूरों को प्रशिक्षण देकर उपलब्ध कराया जा रहा रोजगार
मजदूरों को प्रशिक्षण देकर उपलब्ध कराया जा रहा रोजगार

संवाद सहयोगी, जालौन : कोरोना महामारी के दौरान बड़ी संख्या प्रवासी मजदूरों की घर वापसी हो रही थी। काम धंधा बंद कर घर वापस आए प्रवासी मजदूरों के सामने घर को चलाने की समस्या मुंह बाए खड़ी थी। ऐसे समय में इंडियन बैंक स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान ने ऐसे मजदूरों के कार्यक्रम चलाकर इन्हें न केवल प्रशिक्षित किया, बल्कि रोजगार उपलब्ध कराने में उनकी सहायता थी।

क्षेत्र पंचायत कार्यालय ग्रामीण युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए इलाहाबाद बैंक द्वारा 2011 में आल बैंक ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान की स्थापना की थी। स्थापना के समय से यह केंद्र युवाओं को स्वरोजगार प्रशिक्षण दे रहा है तथा युवाओं को स्वरोजगार शुरू कराने में अपना सहयोग प्रदान कर रहा है। पिछले वर्ष आई कोरोना महामारी के दौरान देश में संपूर्ण लॉकडाउन लग गया था। महामारी के दौरान बड़ी संख्या में लोगों के नौकरी व रोजगार छिन गये थे। रोजगार छिनने के बाद बड़ी संख्या में प्रवासी मजदूरों की वापसी हो रही थी। प्रवासी मजदूरों के सामने घर गृहस्थी का खर्च उठाना मुश्किल हो रहा था। मजदूर रोजगार की तलाश कर रहे थे। ऐसे समय में प्रशिक्षण संस्थान ने प्रवासी मजदूरों के लिए विशेष प्रशिक्षण शिविर चलाए तथा मजदूरों को न केवल प्रशिक्षित किया बल्कि उन्हें ऋण दिलवाने में सहायता की जिससे वह अपना रोजगार शुरू कर सकें। वर्ष 2021 में संस्थान ने 18 शिविर लगाकर 506 युवक व युवतियां को स्वरोजगार का प्रशिक्षण देकर अपने पैरों पर खड़े होने के लिए तैयार कर दिया है।

कोरोना काल में चले विशेष शिविर

कोरोना काल में संस्थान ने युवाओं के लिए विशेष प्रशिक्षण शिविर चलाये। इसमें पशुपालन, सेनिटाइजर निर्माण, मास्क बनाने व बैंक मित्र का प्रशिक्षण दिया गया।

प्रशिक्षण के बाद 3554 युवा स्वनियोजित हुए

इंडियन बैंक स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान 'इंडसेटी' ने अपने 10 वर्ष के कार्यकाल में 252 प्रशिक्षण बैच चलाए हैं। इन प्रशिक्षण शिविरों में 6101 युवक व युवतियां लगभग 18 ट्रेडरों में प्रशिक्षण पा चुके हैं। प्रशिक्षण पा चुके लगभग 3554 युवक-युवतियों स्वनियोजित हो चुके हैं।

जिम्मेदार बोले

नौकरी की तलाश में घूम रहे युवाओं को नौकरी न मिलने से जीवन में आयी निराशा को मिटाकर उन्हें स्वरोजगार के प्रेरित कर प्रशिक्षण दिया जा रहा है।

विभाष कुमार साहा, निदेशक

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