जुलाई में करंट दे सकता है बिजली का बिल

जागरण संवाददाता उरई कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए पूरे देश में दो माह से लॉकडाउन है जिसकी वजह से बिजली बिलों का वितरण भी प्रभावित रहा है मीटर रीडर न डोर-टू-डोर जाकर बिजली खर्च की वास्तविक रीडिग नहीं ली है। पिछले बिल के हिसाब से अनुमानित रीडिग का मानक तय कर बिल बनाकर घरों में भेजने शुरू कर दिए।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 28 May 2020 08:12 PM (IST) Updated:Thu, 28 May 2020 08:12 PM (IST)
जुलाई में करंट दे सकता है बिजली का बिल
जुलाई में करंट दे सकता है बिजली का बिल

जागरण संवाददाता, उरई : लॉकडाउन में बिजली बिलों का वितरण भी प्रभावित रहा है, मीटर रीडर न डोर-टू-डोर जाकर बिजली खर्च की वास्तविक रीडिग नहीं ली है। पिछले बिल के हिसाब से अनुमानित रीडिग का मानक तय कर बिल बनाकर घरों में भेजने शुरू कर दिए। जिसकी वजह से कई जगहों पर असमानता की स्थिति है, कोई संतुष्ट है तो कई अधिक बिल आने से हैरान है। हालांकि असली झटका जुलाई माह में लगने वाला है। लॉकडाउन के दौरान अधिभार में जो छूट दी गई थी औद्यौगिक इकाइयों में उसे जोड़कर जुलाई माह में भुगतान करना पड़ सकता है।

बिजली विभाग के अधिशाषी अभियंता सुभाष चंद्र सचान के अनुसार लॉकडाउन के दौरान सख्ती से बिजली बिलों के भुगतान पर रोक रही, साथ ही अधिभार में भी छूट रही। जिसकी वजह से औद्योगिक इकाइयों से बिजली के बिलों का 90 फीसद भुगतान नहीं हुआ है। हर महीने औद्योगिक क्षेत्र के करीब 12 करोड़ के भुगतान होना चाहिए, लेकिन लॉकडाउन के दौरान सिर्फ डेढ़ करोड़ का भुगतान बिजली बिलों से हुआ है, घरेलू उपभोक्ताओं की भी यही स्थिति रही। लॉकडाउन के दौरान घरों पर जाकर मीटर की रीडिंग लेना संभव नहीं था, इस वजह से पिछले बिलों के हिसाब से अनुमानित रीडिग तय कर बिल बनाए गए हैं, यहां पर भी व्यवहारिक समस्या है कि जब अंतिम बिल बना था तब मौसम ठंडा था। बिजली का व्यय कम था। गर्मी में कूलर, एसी, फ्रिज, पंखा आदि का उपयोग होने की वजह से व्यय बढ़ा है। इसी वजह से अनुमानित रीडिग तय करने में असमानता हो रही है। जुलाई माह में व्यवसायिक क्षेत्र के बिलों छूट का अधिभार भी जोड़ा जा सकता है। फिलहाल कोई बढ़ोतरी नहीं हुई है।

मीटर लगा नहीं, लॉकडाउन में बढ़ाया लोड

माधौगढ़ : कस्बा के कई विद्युत उपभोक्ताओं ने सीएम के पोर्टल पर बिजली विभाग के कर्मचारियों व अधिकारियों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई। आरोप है कि मीटर नहीं लगाने वालों ने लोड बढ़ाने के साथ अधिक बिल भेज दिया।

बिजली उपभोक्ताओं सतीश पालीपाल, टिकू मिश्रा, मनोज, राजू समेत कई लोगों ने शिकायत भेजकर कहा कि कस्बे में ढाई हजार बिजली कनेक्शन उपभोक्ता हैं। करीब 300 लोगों के मीटर नहीं लगे हैं और 100 लोगों के मीटर फुंके हुए हैं। बिजलीकर्मियों की मिलीभगत से दो हजार उपभोक्ताओं का कनेक्शन एक किलोवाट की जगह दो किलोवाट कर दिया गया। जिसका बिल डेढ़ हजार से लेकर तीन हजार रुपये तक आ रहा है। शिकायत करने पर जेई, लाइनमैन इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं।

एसडीओ अभिषेक सोनकर का कहना है कि मामले की जानकारी नहीं है। उपभोक्ताओं की शिकायत सुनी जाएगी। जांच कर मीटर लगवाएं जाएंगे और मुहल्लों में चेकिग अभियान चलाया जाएगा।

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