संसाधनों के साथ मजबूती की ओर बढ़ रहा जिला अस्पताल

जागरण संवाददाता उरई तीसरी लहर की संभावनाओं के पहले ही तैयारियां लगभग पूर्ण हो गई हैं। जिला अस्पताल में आक्सीजन प्लांट का निर्माण शुरू हो गया है। यह प्लांट पोस्टमार्टम हाउस के बगल स्थापित किया जा रहा है। 30 जुलाई तक प्लांट तैयार हो जाएगा। जो लोगों के लिए काफी लाभकारी साबित होगा। वहीं पीकू वार्ड भी बना दिया गया है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 06 Aug 2021 06:38 PM (IST) Updated:Fri, 06 Aug 2021 06:38 PM (IST)
संसाधनों के साथ मजबूती की ओर बढ़ रहा जिला अस्पताल
संसाधनों के साथ मजबूती की ओर बढ़ रहा जिला अस्पताल

जागरण संवाददाता, उरई : तीसरी लहर की संभावनाओं के पहले ही तैयारियां लगभग पूर्ण हो गई हैं। जिला अस्पताल में आक्सीजन प्लांट का निर्माण शुरू हो गया है। यह प्लांट पोस्टमार्टम हाउस के बगल स्थापित किया जा रहा है। 30 जुलाई तक प्लांट तैयार हो जाएगा। जो लोगों के लिए काफी लाभकारी साबित होगा। वहीं पीकू वार्ड भी बना दिया गया है।

जिला अस्पताल में 10 बेड का ऑक्सीजन युक्त बेड की व्यवस्था कर ली गई है, और 10 बेड की व्यवस्था पर काम चल रहा है। दवाइयां उपकरण के संबंध में भी तैयारियां पूरी है। वहीं अस्पताल में दो बाल रोग विशेषज्ञ मौजूद है। इन्हीं के सहारे तीसरी लहर से लड़ने की तैयारी की जा रही है। नोडल अधिकारी के रूप में संजीव अग्रवाल को बनाया गया है। अभी बहुत कुछ व्यवस्थाएं की जानी है। जिसे जल्द पूरा करने की कोशिश की जा रही है। संभावित बच्चों के साथ उनके तीमारदारों के लिए भी रुकने की व्यवस्था सभी चयनित इकाइयों पर की जा रही है। कोविड की संभावित तीसरी लहर से बचाव के लिए मंडल से निर्देश मिला है कि 30 अगस्त तक सभी तैयारियां पूर्ण हो जानी चाहिए। यदि कोई समस्या होती है तो जिलाधिकारी को बता सकते हैं। मंडल स्तर पर डेली ट्रैकिग और जो कार्य अभी नहीं हुआ है, उन्हें जल्द से जल्द कराने और उसकी मानीटरिग के लिए अपर निदेशक डा. अल्पना बरतारिया को भी जिम्मेदारी दी गई है। दूसरी लहर में बढ़े पैमाने पर हुआ था आक्सीजन की किल्लत

संक्रमण की दूसरी लहर के दौरान बड़े पैमाने पर लोगों को ऑक्सीजन सिलिडर की उपलब्धता को लेकर किल्लत का सामना करना पड़ा। संभावित तीसरे लहर को देखकर विभाग बेहद संजीदा है। ताकि आने वाले दिनों में कोरोना सहित अन्य मरीजों को ऑक्सीजन की उपलब्धता को लेकर किसी तरह की दिक्कत का सामना न करना पड़े। इसलिए जिला अस्पताल में भी आक्सीजन प्लांट लगाए गए हैं। दूसरी लहर कई मायनों में पहली लहर से अलग थी। दूसरे लहर के दौरान बड़ी संख्या में लोग कोरोना संक्रमण के शिकार हुए। अधिकांश मरीजों में ऑक्सीजन के स्तर में गिरावट की समस्या देखा गया। लिहाजा उन्हें जरूरी मात्रा में ऑक्सीजन उपलब्ध कराना विभाग के लिए चुनौतीपूर्ण साबित हुआ। लेकिन अब इस समस्या से भी निजात मिल जाएगा। सुविधाओं पर एक नजर

- बाल रोग विशेषज्ञ -2

- टेक्नीशियन, 4

- वार्ड ब्वॉय, 20

ऑक्सीजन छोटे सिलिडर, 60

ऑक्सीजन बड़े सिलिडर, 20

कंसंनट्रेटर, 10

बेड, 20 कोट

जिला अस्पताल में ऑक्सीजन प्लांट का निर्माण कार्य तेजी से किया जा रहा है। जिससे जल्द व्यवस्था पूरी हो सके। इसलिए कार्य में व्यापक रूप दिया जा रहा है। सभी इक्यूपमेंट भी दुरुस्त कराए जा रहे हैं।

डा. ऊषा सिंह, सीएमओ

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