विद्यालय में बच्चे लगाते झाड़ू, सफाई कर्मी रहते नदारद
संवाद सहयोगी जालौन बेसिक शिक्षा परिषद द्वारा संचालित स्कूलों में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों की नि
संवाद सहयोगी जालौन: बेसिक शिक्षा परिषद द्वारा संचालित स्कूलों में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों की नियुक्ति नहीं है तथा गांव में तैनात सफाई कर्मी स्कूलों में सफाई नहीं करते हैं। स्कूलों में सफाई न होने के कारण स्कूलों में बच्चों को झाड़ू लगानी पड़ रही है।
सरकारी स्कूलों को माडल स्कूल बनाने का प्रयास चल रहा है तथा शिक्षा का स्तर सुधारने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं जिससे सरकारी स्कूलों के बच्चों को निखारा जा सके। साथ ही उनकी प्रतिभा में चार चांद लग सकें। एक तरफ सरकार स्कूलों की दशा व दिशा दोनों बदलना चाहती है वहीं दूसरी ओर स्कूलों की सफाई व्यवस्था भी भगवान भरोसे चल रही है। गांव में तैनात सफाई कर्मी स्कूलों की सफाई नहीं करते। नगर पालिका क्षेत्र में स्कूल की सफाई नगर पालिका के कर्मचारियों द्वारा नहीं की जाती है। आखिर स्कूलों को साफ कैसे किया जाए। इसका जवाब किसी के पास नहीं है। शिक्षक स्कूलों की सफाई बच्चों से कराते हैं तो अभिभावकों द्वारा सवाल खड़े किए जाते। गुरुवार को नगर में बालमभट्ट मोहल्ले में संचालित उच्च प्राथमिक विद्यालय सीनियर में बच्चों द्वारा झाड़ू लगाने का मामला प्रकाश में आया। इस तरह के मामले सरकार की व्यवस्थाओं पर प्रश्न खड़े कर रही है।
बीईओ कार्यालय के गेट पर बंधती हैं बकरियां : बीईओ पर विकास खंड के स्कूलों की व्यवस्थाओं को दुरुस्त रखने का दायित्व है। बीईओ के कार्यालय की ही जब व्यवस्था ठीक नहीं है तो क्षेत्रीय स्कूलों का भगवान ही मालिक है। खंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय भिटारा के बाहर मुख्य दरवाजे पर कार्यालय के समय में बकरी बंधी रहती है। गुरुवार को इसका वीडियो भी वायरल हो गया।
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स्कूल में बच्चों द्वारा झाड़ू लगवाने की उन्हें जानकारी नहीं है। वह पता करेंगे अगर शिकायत सही है तो नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
अमर सिंह, बीईओ