गर्मी में बिजली कटौती बनी नासूर
जागरण संवाददाता उरई प्रचंड गर्मी के बीच बिजली की अधाधुंध कटौती से जनजीवन बुरी तरह से प्रभावित हो रहा है। शहरी क्षेत्र में रोस्टर के मुताबिक चार घंटे से अधिक बिजली नहीं कटनी चाहिए लेकिन शहर के कई मोहल्लों में आठ-आठ घंटे बिजली काटी जा रही है लो वोल्टेज की समस्या अलग है। स्थिति तब है जब मांग के अनुरूप पावर ग्रिड से जिले में बिजली मिल रही है लेकिन लोकल फाल्ट पर नियंत्रण नहीं हो पाने की वजह से हालात बदतर होते जा रहे हैं।
जागरण संवाददाता, उरई : प्रचंड गर्मी के बीच बिजली की अधाधुंध कटौती से जनजीवन बुरी तरह से प्रभावित हो रहा है। शहरी क्षेत्र में रोस्टर के मुताबिक चार घंटे से अधिक बिजली नहीं कटनी चाहिए, लेकिन शहर के कई मोहल्लों में आठ-आठ घंटे बिजली काटी जा रही है, लो वोल्टेज की समस्या अलग है। स्थिति तब है जब मांग के अनुरूप पावर ग्रिड से जिले में बिजली मिल रही है, लेकिन लोकल फाल्ट पर नियंत्रण नहीं हो पाने की वजह से हालात बदतर होते जा रहे हैं।
शहरी क्षेत्र में 20 घंटे बिजली की सप्लाई का रोस्टर तय है, जबकि ग्रामीण क्षेत्र में 18 घंटे बिजली का आपूर्ति का आदेश है, यानी शहर में अधिकतम चार घंटे व गांवों में अधिकतम छह घंटे ही बिजली काटी जानी चाहिए, लेकिन बीते 15 दिन से अंधाधुंध तरीके से बिजली की कटौती हो रहा है। शहर के मोहल्ला राजेंद्र नगर, इंदिरा नगर, रामनगर, तुलसी नगर, गांधी नगर एवं गोपालगंज की स्थिति बेहद खराब है। विद्युत लाइनें जर्जर होने की वजह से हवा चलने या तेज बारिश शुरू होते ही बिजली काट की जाती है। ओवरलोड की वजह से लाइन ट्रिप होने की समस्या अलग है। भयंकर गर्मी में लाइट नहीं आने से लोगों की खीझ छूटती है। जबकि विभाग अपनी असमर्थता जता रहा है। ग्रामीण क्षेत्रों में तो 10 घंटे तक की बिजली की कटौती का सामना लोगों को करना पड़ रहा है। ज्यादातर घरों में कूलर, एसी, पंखा फ्रिज आदि चलने की वजह से लोड बढ़ा है। इसी वजह से लाइन फाल्ट हो जाती है और रोस्टर से इतर बिजली की कटौती का सामना लोगों को करना पड़ रहा है।
जिले में 1000 मेगावाट बिजली की आपूर््ित पावर ग्रिड से की जा रही है. सामान्य स्थिति में इतनी बिजली पर्याप्त है. लेकिन भीषण गर्मी में लोड बढ़ने की वजह से कम से कम 200 मेगावाट बिजली की आवश्यकता और महसूस की जा रही है. लाइन लॉस की स्थिति भी जिले में ठीक नहीं है। कोट
कुछ दिनों से लोकल फाल्ट की वजह से लोगों को अतिरिक्त कटौती का कामना करना पड़ता है. तकनीकी खामियों को दूर करने की कोशिश की जा रही है. बिजली कमी नहीं है. एक साथ लोड बढ़ने की वजह से लाइन ट्रिप होने की समस्या बढ़ी है. उसे दूर करने की कोशिश की जा रही है।
मनोज कुमार, अधिशाषी अभियंता बिजली सप्लाई का रोस्टर
शहरी क्षेत्र - 20 घंटे
ग्रामीण क्षेत्र -18 घंटे
बिजली की मांग- 1000 मेगा वाट
आपूर्ति -1000 मेगा वाट
लाइन लास -40 फीसद