जागरूकता से एड्स और टीबी पर लगाई जा सकती लगाम
स्वस्थ्य समाज - बीमारी के लक्षण आने पर सरकारी अस्पताल में जाकर कराएं जांच और इलाज
स्वस्थ्य समाज : - बीमारी के लक्षण आने पर सरकारी अस्पताल में जाकर कराएं जांच और इलाज जागरण संवददाता, उरई : उत्तर प्रदेश राज्य एड्स नियंत्रण सोसाइटी के सहयोग से एड्स एवं टीबी जागरूकता को लेकर आर्य कन्या इंटर कालेज उरई में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। एड्स की जानकारी को लेकर चित्रकला प्रतियोगिता हुई, जिसमें इंटरमीडिएट की छात्रा सुप्रिया गुप्ता पहले, इंटर की ही प्रिया सोनी दूसरे और हाईस्कूल की छात्रा शोभा तीसरे स्थान पर रहीं।
जिला महिला अस्पताल में भी शिविर का आयोजन किया गया था। सीएमएस ए के त्रिपाठी ने कहा कि एड्स को लेकर हमें खुद भी जागरूक रहना होगा और दूसरों को भी जागरूक करना होगा। एड्स संक्रमित व्यक्ति को टीबी रोग होने की संभावना अधिक रहती है। यूपी प्यूपिल लिविग इन एचआइवी एड्स प्लस के परियोजना अधिकारी पुरुषोत्तम तिवारी ने एचआइवी के कारण और बचाव पर चर्चा कर कहा कि हम सबको इस बात की जानकारी होना आवश्यक है, एचआइवी संक्रमित मां से उसके होने वाले शिशु को एचआइवी संक्रमण का खतरा हो सकता है, इसलिए गर्भावस्था के शुरुआत के तीन माह तक यह जांच कराना जरूरी है। कालेज की प्रधानाचार्या रेखा सोनी ने कहा कि इस तरह के कार्यक्रमों से विद्यार्थियों में जागरूकता आती है। जिला क्षय रोग अधिकारी और प्रधानाचार्य ने विजेताओं को शील्ड देकर सम्मानित किया। ------------------------भारत में पहला एचआइवी का केस वर्ष 1986 में मिला था लेकिन जागरूकता के अभाव में इस बीमारी ने पैर पसारना शुरू कर दिया और स्थिति गंभीर बन गई। अथक प्रयासों के बाद धीरे-धीरे लोग इस बीमारी के प्रति जागरूक हुए, जिससे एड्स जैसी बीमारी का प्रकोप कम हुआ।
डा. सुग्रीवबाबू, जिला क्षय रोग अधिकारी