जिले के 195 गांवों में बनेगी महिलाओं की सरकार
जागरण संवाददाता उरई पंचायती राज विभाग ने मंगलवार को ब्लाक प्रमुख प्रधान बीडीसी जिला पंच
जागरण संवाददाता, उरई : पंचायती राज विभाग ने मंगलवार को ब्लाक प्रमुख, प्रधान, बीडीसी, जिला पंचायत सदस्यों के आरक्षण की सूची जारी कर दी है। इस बार चुनाव में 195 महिलाओं की सरकार गांवों में बनेगी। अनुसूचित जनजाति की किसी महिला को सीट नहीं आवंटित हो पाई है। बताया जा रहा है कि जनजाति की आबादी नहीं है।
जिले में 574 ग्राम पंचायतें, 25 जिला पंचायत सदस्य और 09 ब्लाक प्रमुख की सीटें हैं। मंगलवार को इनके लिए आरक्षण जारी कर दिया गया। महिलाओं को वरीयता दी गई है। सभी वर्गों की मिलाकर कुल 195 महिलाएं पंचायत चुनाव में अपना भाग्य आजमा कर अपनी सरकार बनाएंगी। क्षेत्र पंचायत की सीटों में तीन व जिला पंचायत की 25 सीटों में से नौ सीटों पर महिलाएं चुनाव लड़ेंगी।
लगभग हर वर्ग के चुनाव में महिलाओं को रखा गया है। आधी आबादी को इस बार भी प्राथमिकता दी गई है। हालांकि अनुसूचित जनजाति की किसी भी महिला के लिए सीटों का आवंटन नहीं किया गया है। बताया जा रहा है कि जिले में अनुसूचित जाति का फीसद बेहद कम है। जिससे कोई भी दावेदारी नहीं करता है।
एक नजर में स्थिति
अनुसूचित जाति महिला - 48
पिछड़ा वर्ग महिला - 53
सिर्फ महिला - 94 आरक्षण सूची चस्पा होते ही देखने वालों की उमड़ी भीड़ जागरण संवाददाता, उरई : पंचायत चुना व लड़ने के इच्छुक लोगों का इंतजार आखिरकार खत्म हो गया। कलेक्ट्रेट परिसर में ेंसूची चस्पा होते ही देखने वालों की भीड़ उमड़ पड़ी। पूरे दिन विभाग के सामने मेला सा लगा रहा।
आरक्षण का इंतजार लोगों को काफी समय से था। खासतौर पर ग्रामीण क्षेत्र में इस समय चुनावी बातें ही हो रही हैं। जिन लोगों को चुनाव में अपना भाग्य आजमाना है वह अपनी तैयारी अंदरूनी तौर पर कर रहे थे। खुलकर सामने इसलिए नहीं आ पा रहे थे कि यह जानकारी नहीं थी सीट आरक्षण के बाद किस खाते में जाएगी। हालांकि अपने हिसाब से जोड़ गणित लगाकर तैयारी को सुस्त नहीं होने दिया। मंगलवार को जैसे ही आरक्षण की सूची जारी हुई तो बड़ी संख्या में लोग कलेक्ट्रेट स्थित पंचायती राज कार्यालय के बाहर एकत्रित हो गए। अपने मोबाइल से सूची की फोटो खींचकर अपने संभावित उम्मीदवार को भेज रहे थे। इसके साथ ही फोन पर बातें भी कर रहे थे कि कौन सी सीट किस खाते में गई है। पूरे दिन कलेक्ट्रेट परिसर में मेला सा लगा रहा। हर किसी को सूची में अपने गांव का नाम व आवंटित आरक्षण देखने की उत्सुकता थी।
कई हुए निराश तो बहुतों के चेहरे खिले
मंगलवार को आरक्षण सूची जारी होते ही कई लोगों को मायूस होना पड़ा तो बहुत से लोगों के चेहरे भी खिले नजर आए। जिनके मन मुताबिक सीट हो गई थी वह प्रसन्न थे और जो उम्मीद लगाए बैठे थे उनके अनुसार सीट नहीं हुई तो वह निराश हो गए। चुनाव लड़ने की उनकी हसरत अब पांच वर्ष बाद भले ही पूरी हो सके।
मंडल में सबसे पहले जिले की आरक्षण सूची हुई जारी
जिला पंचायती राज अधिकारी अभय कुमार यादव ने बताया कि मंडल में सबसे पहले जिले का आरक्षण जारी किया गया है। जो तय समय था उसी के अनुसार आरक्षण सूची जारी की गई है। इसमें विभागीय कर्मचारी का पूरा सहयोग मिला।