रात भर चलता मौरंग लदे ट्रकों को पकड़कर छोड़ने का खेल

संवाद सहयोगी कालपी मौरंग के ट्रकों को पकड़कर उन्हें सुविधा शुल्क लेकर छोड़ने का खेल नगर में खुलेआम चल रहा है। तहसील के एक अधिकारी ने आठ ट्रक मौरंग के पकडे़ लेकिन उसके बाद उनमें से दो ट्रकों को सुविधा शुल्क लेकर सुबह तड़के छोड़ दिया।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 21 Apr 2021 07:13 PM (IST) Updated:Wed, 21 Apr 2021 07:13 PM (IST)
रात भर चलता मौरंग लदे ट्रकों को पकड़कर छोड़ने का खेल
रात भर चलता मौरंग लदे ट्रकों को पकड़कर छोड़ने का खेल

संवाद सहयोगी, कालपी : मौरंग के ट्रकों को पकड़कर उन्हें सुविधा शुल्क लेकर छोड़ने का खेल नगर में खुलेआम चल रहा है। तहसील के एक अधिकारी ने आठ ट्रक मौरंग के पकडे़ लेकिन उसके बाद उनमें से दो ट्रकों को सुविधा शुल्क लेकर सुबह तड़के छोड़ दिया।

कदौरा ब्लॉक की मौरंग खदानों से मौरंग भरकर आने वाले ओवरलोड ट्रकों को रोजाना रात में तहसील के छोटे अधिकारी पकड़ते हैं और उन्हें नगर की गल्ला मंडी में खड़ा कराया जाता है। फिर उसके बाद उन ट्रकों को छोड़ने की बोली लगती है। ऐसा ही कुछ वाकया बुधवार को तड़के हुआ। तहसील के छोटे हाकिम द्वारा आठ मौरंग के ट्रक पकडे़ गये थे जिन्हें गल्ला मंडी में खड़ा करवाया गया था। जिसमें से दो ट्रकों की डील हो गई। जिन्हें छोड़ दिया गया। उसी समय जब मौरंग के ट्रक मंडी गेट से निकलने लगे तो मंडी के कर्मी ने कागजात मांगे, जिस पर बहस हुई लेकिन तहसील के एक अधिकारी का आदेश जो था। यह धंधा इस समय जोरों पर चल रहा है। जिससे ट्रक मालिक परेशान हैं। ट्रक मालिक बताते हैं कि तहसील के एक अधिकारी रोजाना रात में ट्रक पकड़ते हैं और फिर सुविधा शुल्क लेकर छोड़ते हैं। जब से चुनाव आचार संहिता लगी है तब से उनका यह खेल बदस्तूर चल रहा है। उधर तहसील में उपजिलाधिकारी के न होने का भी पूरा फायदा उठाया जा रहा है। इसके पूर्व भी कई बार इस तरह के आरोप ट्रक मालिक उन पर लगाते रहे हैं। फिलहाल आचार संहिता की आड़ में यह खेल चल रहा है। क्योंकि कार्रवाई का अब कोई डर जो नही है।

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