मेहनत से पार हुई मजदूरों की नैया
चंदा करके लोगों ने लड़ाया चुनाव जनसहयोग से बने बीडीसी ग्रामीणों के समर्थन से चमकी किस्मत पार हुई चुनावी वैतरणी।
किशोर वाष्र्णेय, हाथरस : सादाबाद किस्मत के खेल निराले हैं। जहां लोग नोटों की बारिश कर वोट नहीं बटोर पाते, वहीं एक मजदूर ने बीडीसी चुनाव की वैतरणी पार ली। मेहनत मजदूरी से परिवार चलाने वालों के सिर पर जनता ने जीत का ताज पहना दिया। क्षेत्र पंचायत सदस्य बनाकर उनकी मेहनत को जीत में बदला है। देहात में ऐसे कई लोग जनप्रतिनिधि बने हैं जिन्होंने जनसहयोग से चुनाव लड़ा और जीते। आइये नजर डालते हैं ऐसे ही कुछ महारथियों पर।
केस-1 : सादाबाद क्षेत्र पंचायत के वार्ड नंबर 95 से विजयी कुम्हरई निवासी 24 वर्षीय भूपेंद्र सिंह कक्षा पांच तक पढ़े हैं। खेतों में मजदूरी करके परिवार का पालन पोषण करते हैं। वह चुनाव नहीं लड़ना चाहते थे, क्योंकि उसके पास पैसा नहीं था लेकिन ग्रामीणों ने सहयोग करके उनको बीडीसी का चुनाव लड़वाया, अंतत: वह सफल भी हुए।
केस-2 : क्षेत्र पंचायत के वार्ड नंबर 97 से दगसह निवासी 55 वर्षीय रमेश चंद की जीत भी रोचक है। खेतों में मजदूरी करके परिवार का पालन पोषण करते हैं। गांव में अच्छा व्यवहार होने के कारण ग्रामीणों ने उनसे चुनाव लड़ने की सलाह दी। उन्होंने पैसा न होने की बात कहकर चुनाव लड़ने से इन्कार कर दिया। इसके बाद ग्रामीणों ने आपसी सहयोग से उन्हें क्षेत्र पंचायत सदस्य का चुनाव लड़वाया और उन्हें जीत मिली।
केस-3 : क्षेत्र पंचायत वार्ड नंबर 99 कुरसंडा से विजयी 65 वर्षीय गोपाली राम प्रजापति कक्षा आठ तक पढ़े हैं। भट्ठा पर मजदूरी करके परिवार का पालन पोषण करते हैं। उनके साथ उनके पुत्र भी भट्ठा पर मजदूरी करते हैं। वार्ड से ग्रामीणों ने एक मत होकर उन्हें बीडीसी का चुनाव लड़ाया। चुनाव के दौरान पूरी तरह से सहयोग किया और अंतत: गोपालीराम चुनाव जीते।