फर्जी जाति प्रमाणपत्र से प्रधान बनी महिला, रिपोर्ट दर्ज

मायके से सत्यापन की फर्जी रिपोर्ट लगाकर जारी कराया था पिछड़ी जाति का प्रमाणपत्र जबकि हैं ठाकुर।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 19 Jun 2021 12:58 AM (IST) Updated:Sat, 19 Jun 2021 12:58 AM (IST)
फर्जी जाति प्रमाणपत्र से प्रधान बनी महिला, रिपोर्ट दर्ज
फर्जी जाति प्रमाणपत्र से प्रधान बनी महिला, रिपोर्ट दर्ज

संसू, हाथरस : सासनी के ग्राम पंचायत चंदैया की नव निर्वाचित प्रधान अंजू देवी पत्नी धर्मवीर सिंह फर्जी जाति प्रमाणपत्र बनवाने के मामले में फंस गई हैं। ग्रामीणों की शिकायत के बाद हुई जांच में उनका जाति प्रमाणपत्र फर्जी पाए जाने पर उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है।

ग्राम पंचायत चंदैया के मजरा नगला काशी निवासी कल्याण सिंह और अन्य ग्रामीणों ने कमिश्नर समेत अन्य अधिकारियों से शिकायत की थी। इसमें आरोप था कि अंजू देवी पत्नी धर्मवीर सिंह ने जाति प्रमाण पत्र क्रमांक 131213001109 तहसीलदार सासनी से जारी कराया है। पिछड़ी जाति के लिए आरक्षित सीट के लिए यह जाति प्रमाणपत्र तैयार कराकर अंजू देवी ने प्रधानी के लिए नामांकन किया। नियमानुसार महिला के मायके से जाति प्रमाण पत्र के लिए रिपोर्ट मंगाई जाती है। महिला के दस्तावेजों में मायका ग्राम चिपियाना खुर्द तहसील दादरी जिला गौतमबुद्धनगर से रिपोर्ट मंगाई थी, जिसमें अंजू देवी पुत्री राजपाल सिंह निवासी चिपियाना खुर्द लिखा था। इस रिपोर्ट के आधार पर तहसीलदार सासनी की ओर से 27 मार्च 2021 को अंजू देवी का जाति प्रमाण पत्र जारी कर दिया गया। अंजू के पति धर्मवीर सिंह सामान्य श्रेणी की ठाकुर बिरादरी के हैं। चुनाव जीतने के बाद तहसीलदार सासनी से कथित प्रमाण पत्र की शिकायत की गई। इस शिकायत का संज्ञान लेते हुए तहसीलदार सासनी ने दादरी तहसील से प्राप्त जांच आख्याओं की छाया प्रति संलग्न कर तहसीलदार दादरी से सत्यापन कराया। जांच में सामने आया कि अंजू देवी के प्रमाणपत्रों के संबंध में तहसील दादरी के किसी अधिकारी के हस्ताक्षर और मुहर नहीं हैं। एसडीएम के आदेश पर लेखपाल नरेन्द्र सिंह ने ग्राम प्रधान अंजू देवी के खिलाफ जालसाजी, धोखाधड़ी और कूटरचित दस्तावेज तैयार कराने का मुकदमा दर्ज कराया है।

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