स्कूली बेटियों को सिखाएंगे आत्मरक्षा के गुर

25 दिन के आनलाइन शिविर में दिया जाएगा विशेष प्रशिक्षण अभिभावकों को लिक भेजकर जोड़ा जाएगा।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 14 Aug 2021 05:36 AM (IST) Updated:Sat, 14 Aug 2021 05:36 AM (IST)
स्कूली बेटियों को सिखाएंगे आत्मरक्षा के गुर
स्कूली बेटियों को सिखाएंगे आत्मरक्षा के गुर

प्रमोद सिंह, हाथरस : बेसिक स्कूलों में पढ़ने वाली बालिकाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए अब विशेष प्रयास किए जा रहे हैं। बेटियों को आत्मरक्षा के गुर फिलहाल आनलाइन सिखाए जाएंगे। यू-ट्यूब सेशन के जरिए 25 दिन तक प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसके लिए महानिदेशक स्कूली शिक्षा व राज्य परियोजना निदेशक की ओर से निर्देश जारी कर दिए गए हैं।

बालिकाओं को दिक्कतें : ग्रामीण क्षेत्रों में पढ़ने वाली बालिकाओं को राह चलते मनचले परेशान करते हैं। इस डर से तमाम बच्चियां पढ़ाई ही छोड़ देती हैं। बालिकाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए कुछ साल तक जूडो कराटे का प्रशिक्षण भी उच्च प्राथमिक व कस्तूरबा विद्यालयों में दिलाया गया। अब बेसिक के लिए भी पहल की जा रही है।

किया जाएगा प्रशिक्षित : बालिकाओं को आत्मरक्षा के प्रशिक्षण के 25 दिवसीय कोर्स का यू-ट्यूब सत्रों का आनलाइन शुभारंभ किया जाएगा। यह कार्यक्रम शनिवार से प्रारंभ किया जाएगा। प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालयों के हेड शिक्षक व शिक्षिकाएं व केजीबीवी की वार्डन को जिम्मेदारी सौंपी गई है। वे अभिभावकों के वाट्सएप पर लिक भेजते हुए बालिकाओं को प्रशिक्षण सुनिश्चित कराएंगी। प्रशिक्षण में बालिकाओं को लाठी चलाना, जूडो कराटे के अलावा आत्मरक्षा के अलग-अलग तरीके सिखाए जाएंगे।

दिखाई जाएगी लघु फिल्म :

मीना की दस लघु फिल्मों के माध्यम से जन जागरूकता एवं प्रचार प्रसार 23 अगस्त से शुरू किया जाएगा। फिल्म का प्रसारण प्रत्येक सप्ताह सोमवार को राज्य परियोजना कार्यालय से वाट्सएप के माध्यम से लिक भेजते हुए किया जाएगा। मीना की प्रेरक फिल्मों को दिखाकर बालिकाओं को आत्मनिर्भर बनाया जाएगा।

बीईओ करेंगे निगरानी : बालिकाओं को आत्मरक्षा के गुर सिखाने के लिए जो प्रशिक्षण दिलाया जाएगा, उस पर संबंधित ब्लाक के खंड शिक्षा अधिकारियों को निगरानी रहेगी। एआरपी के माध्यम से खंड शिक्षा अधिकारी खुद निगरानी करते हुए जरूरी निर्देश संबंधित शिक्षकों को देंगे। प्रशिक्षण के दौरान शिक्षक व शिक्षिकाएं बालिकाओं को आत्मरक्षा की बारीकियां समझाएंगी। इनका कहना है

विद्यालयों में पढ़ने वाली बालिकाओं को आत्मरक्षा के गुर सिखाने के लिए आनलाइन प्रशिक्षण दिया जाएगा। समस्त विद्यालयों के हेड मास्टरों को बीईओ के माध्यम से लिक उपलब्ध कराया गया है।

अशोक चौधरी, डीसी, प्रशिक्षण। जिले के विद्यालय

प्राथमिक विद्यालय -767

संविलियन विद्यालय-264

उच्च प्राथमिक विद्यालय-205

कुल बच्चों का नामांकन-1.22 लाख

बालिकाओं की संख्या- 62328

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