पांच दिन और होगी गेहूं की खरीद, अव्यवस्थाओं ने बढ़ा दीं धड़कनें

क्रय केंद्रों पर तौल न हो पाने से खड़े हैं तमाम ट्रैक्टर-ट्राली बारदाना की कमी के चलते नहीं हो पा रही गेहूं की खरीद क्रय केंद्रों पर परेशान किसानों की कोई बात भी नहीं सुन रहा।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 11 Jun 2021 12:45 AM (IST) Updated:Fri, 11 Jun 2021 12:45 AM (IST)
पांच दिन और होगी गेहूं की खरीद, अव्यवस्थाओं ने बढ़ा दीं धड़कनें
पांच दिन और होगी गेहूं की खरीद, अव्यवस्थाओं ने बढ़ा दीं धड़कनें

संवाद सहयोगी, हाथरस : जिले में गेहूं क्रय केंद्रों पर 15 जून तक ही खरीद होनी है, लेकिन कई केंद्रों पर गेहूं की तौल न होने से किसान परेशान हैं। अंतिम तिथि नजदीक होने से किसानों के सामने दिक्कतें खड़ी हो गई हैं। गेहूं नहीं बिकने पर किसान आंदोलन की चेतावनी दे रहे हैं।

किसानों को गेहूं का उचित मूल्य दिलाने के लिए सरकार ने समर्थन मूल्य 1975 रुपये प्रति क्विटल की दर से गेहूं की खरीद करने के निर्देश दे रखे हैं। जिले में एक अप्रैल से गेहूं की खरीद करीब 54 क्रय केंद्रों पर की जा रही है। इनमें अभी तक लक्ष्य 57,900 मीट्रिक टन के सापेक्ष करीब 50,000 एमटी से अधिक की खरीद हो चुकी है। निर्धारित तिथि तक लक्ष्य पूरा होने की संभावना अधिकारियों ने जताई है मगर खरीद केंद्रों पर अव्यवस्था को देखते हुए लक्ष्य पूरा होने में संदेह है।

किसानों की उड़ी नींद :

पुरदिलनगर क्षेत्र में बने क्रय केंद्रों पर करीब 20 दिन से बारदाना नहीं होने से तौल नहीं हो पा रही है। ट्रैक्ट्रर-ट्राली में गेहूं लादे किसान क्रय केंद्रों के बाहर खड़े हैं। करीब 500 क्विटल से अधिक गेहूं खुले में पड़ा है। अंतिम तिथि नजदीक होने से किसान चिंतित हैं। सुशील कुमार, सुरेशचंद्र, रमेश, रामकुमार, रामवीर सहित कई किसानों ने बताया कि एक माह पहले पंजीकरण कराने के बाद भी गेहूं की खरीद नहीं हुई है।

टोकन नहीं निकलने से परेशान :

सासनी कस्बे में बने क्रय केंद्रों पर गेहूं की तुलाई नहीं होने से किसान परेशान हैं। मौसम का रुख देखते हुए बाहर खुले में पड़े गेहूं के खराब होने का डर है। बारदाना नहीं होने से खरीद बंद है। छौंड़ा निवासी किसान प्रदीप पाठक बताते हैं पंजीकरण करा लिया है, पर टोकन नहीं निकल रहा है। इससे केंद्र संचालक परेशान कर रहे हैं। कस्बा निवासी किसान धीरज उपाध्याय ने बताया कि 50 क्विटल गेहूं लेकर क्रय केंद्र पर पड़े हैं। यहां कोई सुनने वाला नहीं है।

इनका कहना है-

बारदाना नहीं होने से क्रय केंद्र पर तुलाई नहीं हो रही है। कई दिन से गेहूं लेकर यहां खुले में पड़े हैं। यहां कोई अधिकारी भी नहीं आ रहे हैं।

-देवेंद्र कुमार, किसान अधिकारियों की लापरवाही का खामियाजा किसानों को भुगतना पड़ रहा है। बारदाना की कमी को पहले से पूरा क्यों नहीं किया गया।

-ब्रजेश कुमार, किसान वर्जन -

गेहूं की खरीद 15 जून तक ही की जाएगी। सभी किसानों का निर्धारित तिथि तक गेहूं खरीदने के पूरे प्रयास किए जा रहे हैं। उच्चाधिकारियों के निर्देशों का पूरी तरह से पालन किया जा रहा है।

-राजेश सिंह, विपणन अधिकारी

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