महादेव नगर में जलभराव से बंद हुए रास्ते
जलभराव के चलते सोखना व ग्रीन सिटी का रास्ता बंद घरों में घुस रहा पानी।
संवाद सहयोगी, हाथरस : शहर के महादेव नगर में जलभराव की समस्या लोगों के लिए नासूर बन गई है। यहां आस्था के केंद्र बने मंदिर के चारों तरफ पानी भरा हुआ है। जलभराव के चलते रास्ते भी बंद हो गए हैं। इसके चलते राहगीरों के साथ स्थानीय लोगों को भी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
शहर को मेट्रो सिटी बनाने के सपने दिखाए जा रहे हैं मगर सुविधाओं पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। मेंडू रोड स्थित महादेव नगर इलाके में जलभराव की समस्या कई महीने से बनी हुई है। यहां पानी की निकासी नहीं होने से ही जलभराव हो रहा है। इसके चलते यहां संक्रामक रोग पनप रहे हैं। वैसे भी डेंगू व बुखार ने लोगों को भयभीत कर रखा है। उस पर जलभराव की इस समस्या ने लोगों को और डरा दिया है। शिकायत करने के बाद भी समस्या का निराकरण नहीं किया जा रहा है।
जलभराव की समस्या के चलते रेलवे क्रासिग गेट से ही जलभराव की समस्या पैदा हो जाती है। इससे ग्रीन सिटी से होते हुए नगला अलगर्जी तक जलभराव में रास्ते डूब गए हैं। वहीं सोखना की ओर जाने वाला रास्ता भी जलभराव के चलते बंद हो गया है। इससे लोगों को दिक्कतें हो रही हैं।
परेशान हो रहे श्रद्धालु
पानी की निकासी का रास्ता न होने से ही यहां पर जलभराव हो रहा है। जलभराव की चपेट में खाली पड़े प्लाट के साथ स्थानीय दोनों देवी मंदिर भी आ गए हैं। नवरात्र पर्व के चलते यहां पर सुबह से ही श्रद्धालुओं का आवागमन शुरू हो जाता है। रास्ते बंद होने से स्थानीय लोग परेशान हैं। इनका कहना है
जलभराव की समस्या ने भयंकर रूप धारण कर लिया है। इससे सबसे अधिक सोखना से आने वालों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
- जितेंद्र कुमार सारस्वत, राहगीर यहां जलभराव की समस्या करीब चार साल से बनी हुई है। रास्ता भी पानी डूब गया है। इससे यहां पर संक्रामक रोग फैलने से लोग परेशान हैं।
-मीरा, श्रद्धालु पानी की निकासी नहीं होने से घरों का पानी रास्ते में जमा हो गया है। इस पानी के चलते मंदिर आने जाने वाले श्रद्धालुओं का दिक्कतें हो रही हैं।
- पुष्पा, श्रद्धालु महादेव नगर से सोखना जाने वाले मार्ग पर देवी मां के दो मंदिर आमने-सामने बने हैं। जलभराव होने से नवरात्र में श्रद्धालुओं मंदिर पहुंचने में परेशानी हो रही हैं।
- सोमेश चंद, स्थानीय निवासी महादेव नगर में जलभराव की समस्या काफी पुरानी है। यह क्षेत्र अभी तक ग्राम पंचायत में आता था। अभी कुछ महीने पहले ही पालिका में शामिल हुआ है। जल्द ही यहां पर जलभराव की समस्या को दूर कराया जाएगा।
-अनिल कुमार, अधिशासी अधिकारी