ऑक्सीमीटर का सही तरीके से करें उपयोग
एक मिनट तक लगाए रखने के बाद ही देखें रीडिग फेफड़ों से संबंधित व्यायाम करने से बढ़ेगा ऑक्सीजन लेवल।
संवाद सहयोगी, हाथरस : कोरोना के बढ़ते संक्रमण से एक बार फिर पूरा देश प्रभावित है। इस बार कोरोना वायरस सीधे फेफड़ों पर असर डाल रहा है। इससे सांस लेने में परेशानी हो रही है और ऑक्सीजन लेवल में कमी आ रही है। ऐसे में जरूरी है कि मरीज अपना ऑक्सीजन लेवल समय-समय पर चेक करता रहे। इसके लिए ऑक्सीमीटर को सही तरीके से उपयोग करने की जरूरत है।
डीसीपीएम धर्मेंद्र कुमार का कहना है कि जो मरीज कोरोना पॉजिटिव हो गए हैं और होम आइसोलेशन में हैं। वे समय पर डॉक्टर के परामर्श अनुसार दवाएं लें। समय-समय पर अपना ऑक्सीजन लेवल चेक करते रहें। इस दौरान घर में रहकर ही फेफड़ों संबधी एक्सरसाइज करते रहें।
ऐसे करें ऑक्सीमीटर का उपयोग
-ऑक्सीमीटर का उपयोग करने से पहले उंगली को साफ कर लें
-नाखून पर पॉलिश या रंग इत्यादि न लगा हो
-ऑक्सीमीटर को पूरे एक मिनट तक ऊँगली पर लगाकर रखें
-इसके बाद जब रीडिग थम जाए तब रीडिग को देखें
-यदि ऑक्सीमीटर में रीडिग नहीं थम रही है तो स्वस्थ व्यक्ति पर उसे उपयोग करके देखें
-यदि स्वस्थ व्यक्ति पर भी रीडिग नहीं थम रही तो ऑक्सीमीटर खराब हो सकता है
फेफड़े संबधी एक्सरसाइज करें
-सुबह उठकर अनुलोम-विलोम करें
-सीढि़यों पर चढ़े-उतरें
-गुब्बारों को फुलाएं
-20 सेकंड से 60 सेकंड तक श्वास को रोकें। ऐसा तीन बार करें।
कैसे पहचानें आपके
फेफड़े हो रहे संक्रमित
-अगर सांस लेने में दिक्कत हो रही हो तो समझ लें की वायरस फेफड़ों को संक्रमित कर रहा है।
-फेफड़े के निचले हिस्से में सूजन या तेज दर्द हो तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लें।
-सूखी खांसी आना, खांसते वक्त सीने में दर्द होना भी कोरोना का लक्षण है।
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लक्षण दिखने पर क्या करें
घबराएं नहीं, डॉक्टर से सलाह अवश्य लें।
अपने फेफड़े का सीटी स्कैन कराएं।
सांस लेने में परेशानी अथवा दो से तीन घंटे के मध्य ऑक्सीमीटर से अपना ऑक्सीजन लेवल चेक करें।
पॉजिटिव होने पर परिवार के अन्य लोगों से दूरी बनाएं। अपने आप को किसी अन्य के संपर्क में न आने दें।
खाली पेट बिल्कुल न रहें। बाहर जाने पर मास्क का प्रयोग करें, साबुन या सैनिटाइजर से बार-बार हाथ धोएं