भूखंड पर रास्ते के स्वामित्व को लेकर जमकर हंगामा
सासनी कस्बे में एक भूखंड पर रास्ते के स्वामित्व को लेकर शुक्रवार को हंगामा हो गया। विरोध में एक पक्ष के लोग मौके पर ही धरने पर बैठ गए। धरने पर बैठे लोग तहसीलदार एवं लेखपाल पर भ्रष्टाचार का आरोप लगा रहे थे।
संसू, हाथरस : सासनी कस्बे में एक भूखंड पर रास्ते के स्वामित्व को लेकर शुक्रवार को हंगामा हो गया। विरोध में एक पक्ष के लोग मौके पर ही धरने पर बैठ गए। धरने पर बैठे लोग तहसीलदार एवं लेखपाल पर भ्रष्टाचार का आरोप लगा रहे थे। काफी देर चले हंगामे के बाद सूचना पाकर एसडीएम राजकुमार यादव मौके पर पहुंच गए। धरने पर बैठे लोगों को समझा-बुझाकर धरना समाप्त कराया और अपना पक्ष प्रस्तुत करने के लिए अपने साथ तहसील ले गए। तहसील से आकर एक पक्ष कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए अड़ा रहा, जबकि दूसरा पक्ष अपर जिलाधिकारी के आदेश के आधार पर कार्रवाई की मांग करता रहा।
दरअसल, कस्बे में आगरा अलीगढ़ रोड स्थित पुरानी सब्जी मंडी में मां वैष्णोधाम के नाम से नई कॉलोनी विकसित हुई है जो गेट बंद कॉलोनी है। यह कालोनी सासनी देहात के गाटा संख्या 366 में बनी है। इससे सटी हुई भूमि गाटा संख्या 25 बाग सासनी की है। दोनों पर स्वामित्व अलग-अलग पक्षों का है। एक पक्ष ने आठ जनवरी को एडीएम के समक्ष प्रार्थना पत्र देकर बैनामा के अनुसार कब्जे की मांग की थी। प्रार्थना पत्र पर एडीएम ने एसडीएम एवं कोतवाल को बैनामा के अनुरूप आवश्यक कार्यवाही के निर्देश दिए। तहसीलदार, राजस्व टीम लेकर मौके पर पहुंची और लेबर के माध्यम से बाउंड्री को तुड़वाना शुरू कर दिया। भनक लगते ही दूसरे पक्ष के लोग मौके पर पहुंच गए और हंगामा करते हुए आपत्ति की। धरने पर बैठ गए। सूचना पाकर एसडीएम राजकुमार भी मौके पर आ गए। एसडीएम दोनों पक्षों को तहसील ले आए और कागजात दिखाने को कहा।
प्रभारी निरीक्षक गौरव सक्सेना का कहना है कि किसी पक्ष ने थाने में तहरीर नहीं दी है। मामला राजस्व विभाग से संबंधित है। एसडीएम राजकुमार यादव का कहना है कि एडीएम के आदेश के अनुपालन में तहसीलदार मौके पर गईं थी। जांच टीम के दौरान ग्रामीणों का हंगामा
जासं, सासनी : ग्राम पंचायत लुटसान के ग्रामीणों ने ग्राम प्रधान द्वारा कराए गए विकास कार्यों पर सवाल उठाते हुए शिकायत जिलाधिकारी से की थी। जिलाधिकारी ने समाज कल्याण अधिकारी शिवकुमार एवं लोक निर्माण विभाग के अधिकारी आसिफ अली सिद्दीकी को जांच अधिकारी नामित किया था। जांच अधिकारियों की संयुक्त टीम गांव में पहुंची। जांच के दौरान ग्रामीणों के मध्य काफी कहासुनी हुई। जांच टीम कुछ विकास कार्यों के नमूने भी अपने साथ ले गई।