मेडिकल स्टोर पर कर रहे थे उपचार, सील

मुरसान के पटाखास चौराहे के निकट मेडिकल स्टोर पर हो रहा था इलाज सूचना पर पहुंचकर एसडीएम सदर व एसीएमओ ने की पड़ताल।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 06 May 2021 11:59 PM (IST) Updated:Thu, 06 May 2021 11:59 PM (IST)
मेडिकल स्टोर पर कर रहे थे उपचार, सील
मेडिकल स्टोर पर कर रहे थे उपचार, सील

संस, हाथरस : मुरसान के पटाखास चौराहे के निकट एक मेडिकल स्टोर संचालक मरीजों का उपचार कर रहा था। ग्रामीणों ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी से इस मामले की शिकायत कर दी। गुरुवार को एसडीएम सदर व अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने मौके पर पहुंचकर पड़ताल की तो शिकायत सही पाई गई। एसडीएम के निर्देश पर मेडिकल स्टोर को सील करा दिया गया।

पटाखास चौराहे पर यश मेडिकल स्टोर है। उसे हर प्रसाद संचालित करते हैं। नियमानुसार मेडिकल स्टोर से सिर्फ मरीजों को दवाइयों की बिक्री का ही प्रावधान है, लेकिन चोरी छिपे मेडिकल स्टोर संचालक मरीजों का इलाज भी कर रहा था। गुरुवार को शिकायत सीएमओ डा. ब्रजेश राठौर के पास पहुंची तब एसडीएम सदर अंजली गंगवार और एसीएमओ डा. डीके अग्रवाल मौके पर पहुंचे। मेडिकल स्टोर में प्रयोग किए गए इंजेक्शन के अलावा खाली बोतलें भी मिलीं। तत्काल प्रभाव से मेडिकल स्टोर को सील करा दिया गया। सीएमओ का कहना है कि अग्रिम कार्रवाई जल्द अमल में लाई जाएगी। वैक्सीन लगने के साथ कर्मियों को उपलब्ध कराएं सुरक्षा किट

संस, हाथरस : कोरोना महामारी में सफाई कर्मचारी दिनरात लोगों की सेवा में लगे हुए हैं। इन कर्मियों की सुरक्षा की जिम्मेदारी नगर निकाय की है। इन्हें समय से टीकाकरण व सुरक्षा किटों का वितरण कर उन्हें सुरक्षा प्रदान करनी चाहिए।

यह मांग नगर पालिकाध्यक्ष व अधिशासी अधिकारी के नाम ज्ञापन पालिका कार्यालय अधीक्षक विजय स्वर्णकार को सौंपते हुए सफाई कर्मचारी यूनियन के जिलाध्यक्ष दिलीप कुमार डब्बू, नगर पालिका हाथरस सफाई कर्मचारी संघ के अध्यक्ष राजन उर्फ मस्ता पहलवान व विनय कुमार ने संयुक्त रूप से की है। उन्होंने कहा है कि कोरोना जैसी खतरनाक बीमारी से लोगों के साथ सफाईकर्मी भी जूझ रहे हैं। लोग भले ही घरों में हों, कर्मियों को तो बस्तियों में जाकर सफाई व सैनिटाइज का कार्य करना पड़ रहा है। लखनऊ में 30 सफाईकर्मी सेवा के दौरान अपनी जान गवां चुके हैं। उन्होंने शेष रह गए कर्मियों का टीकाकरण कराने के साथ उनकी सुरक्षा के इंतजाम करने की मांग पालिका प्रशासन से की है।

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