तीन मकान गिरे, मलबे में दबकर पांच घायल

बारिश के कारण सुबह तीन मंजिला मकान गिरा दोपहर बाद दो मंजिला मकान धराशायी।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 31 Jul 2021 12:48 AM (IST) Updated:Sat, 31 Jul 2021 12:48 AM (IST)
तीन मकान गिरे, मलबे में दबकर पांच घायल
तीन मकान गिरे, मलबे में दबकर पांच घायल

संवाद सहयोगी, हाथरस : बरसात के कारण शुक्रवार की सुबह करीब दस बजे कोतवाली सदर क्षेत्र के हलवाई खाना स्थित जैन गली में तीन मंजिला मकान गिर गया। मलबे में दबने से परिवार के पांच लोग घायल हो गए। फायर ब्रिगेड के कर्मियों ने मलबे में दबे लोगों को बाहर निकालकर अस्पताल भेजा। प्रशासनिक व पुलिस अधिकारियों ने मौका मुआयना किया। सभी घायलों की हालत खतरे से बाहर है। दोपहर बाद इसी गली में दो मंजिला मकान का एक हिस्सा धराशायी हो गया। गनीमत रही इसमें कोई घायल नहीं हुआ। देर शाम को मोहल्ला श्रीनगर में भी एक मकान गिर गया। इसमें कोई घायल नहीं हुआ।

प्रवीन कुमार वर्मा पायजेब बनाने का काम करते हैं और जैन गली में अपने पुस्तैनी मकान में रहते हैं। मकान का दो मंजिला हिस्सा काफी पुराना है, तीसरी मंजिल सात-आठ साल पहले बनाई थी। सबसे ऊपर की मंजिला का लेंटर शुक्रवार सुबह अचानक भरभरा कर गिर गया। इसके बाद दूसरी और पहली मंजिला का लेंटर भी गिर गया। मकान गिरने से लोहे के गार्डर व पत्थर सड़क पर आ गिरे। घटना के बाद गली में भगदड़ सी मच गई। सैकड़ों लोग मलबे में दबे लोगों को बचाने के लिए दौड़े। पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी भी पहुंच गए। गली संकरी होने के कारण फायर कर्मियों को पहुंचने में दिक्कत हुई। मलबे में दबे लोगों को बाहर निकाला गया। मलबे में दबने से प्रवीन, उनकी सात वर्षीय पुत्री मान्या, तीन वर्षीय खुशी, पत्नी रानी, 18 वर्षीय भतीजी एली घायल हो गईं। एली को ज्यादा चोट होने के कारण उसे एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। अन्य लोग उपचार के बाद घर पहुंच गए। एसडीएम सदर व तहसीलदार ने निजी अस्पताल जाकर घायलों का हालचाल लिया।

चटक रहा था मकान

तीसरी मंजिल का निर्माण सात-आठ साल पूर्व कराया गया था। चार इंच की दीवार पर तीसरी मंजिल बनी थी। दीवारों पर प्लास्टर भी नहीं हो रहा था। कुछ दिन पूर्व मकान की दीवारों के चटक जाने पर मोहल्ले के लोगों ने मकान को सही कराने की सलाह दी थी। इसी बीच बारिश का मौसम शुरू हो गया। लगातार बारिश होने के कारण मकान गिर गया। गली में गार्डर गिरने से कई राहगीर भी बाल-बाल बचे। बेड के नीचे होने से बची खुशी

प्रत्यक्षदर्शियों की मानें तो प्रवीन की तीन वर्षीय बेटी खुशी भी मलबे में दब गई थी। जब मलबे को हटाया गया तो वह बेड के नीचे दबी हुई थी। बेड के कारण बच्ची की जान बच गई। ईंट-पत्थर अगर उस पर सीधे गिरते तो अनहोनी हो सकती थी। दूसरा मकान गिरने से भगदड़

जैन गली में ही शांति देवी का पुराना मकान है। इस घर में उनके परिवार के ही प्रह्लाद वर्मा परिवार सहित रहते हैं। प्रह्लाद का भी चांदी के पायजेब बनाने का काम है। शाम साढ़े चार बजे उनका मकान भरभराकर गिर पड़ा। मकान गिरने से कुछ देर पहले ही प्रह्लाद बेटी और पत्नी के साथ किसी कार्य से बाजार गए थे। गनीमत रही कि हादसा बाद में हुआ। मकान गिरने के दौरान उनके परिवार के अन्य लोग और मोहल्ले के वाशिदे मौके पर मौजूद थे। इसी बीच मकान पर मालिकाना हक को लेकर स्वजन में विवाद होने लगा। मोहल्ले वालों ने समझा बुझाकर उन्हें अलग किया। श्रीनगर मोहल्ले में गिरा मकान

हाथरस के श्री नगर निवासी सुनील और दिनेश दोनों भाई एक मकान में रहते हैं। शुक्रवार शाम को बारिश के कारण मकान भरभराकर गिर पड़ा। हादसे में कोई हताहत नहीं हुआ है। देहात में भी कई मकान ध्वस्त

सासनी : देहात में भी बारिश कहर बरपा रही है। सासनी के गांव देदामई में कई मकान गिर गए हैं। लगातार बारिश के कारण गांव के रघुवीर शरन गोपाल, गोविद, रोहताश, शीलेन्द्र, कोमल, विपिन कुमार, प्रेमपाल, संजीव रावत, गिरप्रसाद, दुष्यंत कुमार सलीम आदि के मकान क्षतिग्रस्त हो गए हैं। गांव बासवित्ता में दीवार

व महरारा में गिरा मकान

संसू, सहपऊ : गांव बासवित्ता निवासी प्रमोद कुमार बघेल के मकान की दीवार शुक्रवार को गिर पड़ी। उसके ऊपर लगी टिनशेड में मवेशी दब गए। गांव महरारा निवासी रविकांत वाल्मीकि के मकान की छत भरभराकर गिर पड़ी। इसमें दो बच्चों को हल्की चोटें आईं। उधर पुरदिलनगर क्षेत्र के गांव जरेरा के गौरीशंकर शर्मा का कच्चा घर गिर गया।

chat bot
आपका साथी