बांके जिनके करीब होते हैं, वो बड़े खुश नसीब होते हैं

मेला श्री दाऊजी महाराज के पंडाल में भजन संध्या

By JagranEdited By: Publish:Tue, 25 Sep 2018 01:17 AM (IST) Updated:Tue, 25 Sep 2018 01:17 AM (IST)
बांके जिनके करीब होते हैं, वो बड़े खुश नसीब होते हैं
बांके जिनके करीब होते हैं, वो बड़े खुश नसीब होते हैं

संवाद सहयोगी, हाथरस : ब्रज की देहरी हाथरस में चल रहे मेला श्री दाऊजी महाराज के पंडाल में सोमवार को रातभर लोगों ने भक्तिमय भजनों का आनंद लिया। सदर विधायक हरीशंकर माहौर, नगर पालिका अध्यक्ष आशीष शर्मा व भाजपा जिलाध्यक्ष गौरव आर्य ने संयुक्त रूप से फीता काटकर व दीप जलाकर भजन संध्या का शुभारंभ किया।

मुरसान मंडल वरिष्ठ उपाध्यक्ष व्यापार मंडल एवं भजन संध्या के संयोजक दिलीप कुमार मित्तल एवं पूर्व चेयरमैन गिर्राज किशोर शर्मा ने अतिथियों का स्वागत किया।

वृंदावन धाम से आए पारस लाडला ने सुनाया-लाड़ली अछ्वुत नजारा तेरे बरसाने में, करती हो तुम राधारानी, होता नाम मेरा।

उन्होंने दूसरा भजन कुछ इस तरह से सुनाया-तेरी गलियों का हूं आशिक, तू एक नगीना है। तू ही मक्का, तू ही काशी, तू ही मदीना है।

मुंबई से बैंजो बजाने आए चुन्ना जी ने कार्यक्रम में समां बांधा। कुंज बिहारी दास महाराज ने सुनाया- दाऊजी महाराज की महिमा भारी है, दूर-दूर से आवे यहां नर नारी है।

दूसरा भजन सुनाया- आनंद हो गया जी आनंद हो गया, तेरे दर्शन को करके आनंद हो गया। तेरा दूर तो बिहारी जी, दुखियों का सहारा है, तेरे वन-वन बैठे हैं संवारिया।

गिरधर गोपाल शरण महाराज ने सुनाया- ये देख जिस ओर सखी री, सामने मेरे सांवरिया है।

दूसरा भजन उन्होंने सुनाया-बांके जिनके करीब होते है, वो बड़े खुश नसीब होते हैं। वृंदावन धाम में कीर्ति किशोरी ने सुनाया कि दाऊजी दाता को लगो हैं दरबार, पड़ो रह चरणन में। उन्होंने दूसरा भजन सुनाया-बिहारी तेरी बाकी अदाओं ने मारा। देर रात तक बाहर से आए कलाकारों के भक्तिमय भजन सुनने को लोग जमे रहे।

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