मंडी में धान की भरमार, सरकारी केंद्र खाली
अलीगढ़ व एटा जनपद से भी आ रहा धान कम निर्यात होने से गिरी है कीमत
संवाद सहयोगी, हाथरस : धान से मंडी अटी पड़ी है। बंपर फसल होने से इसकी आवक बढ़ी है। अन्य जिलों से भी धान की आवक यहां की मंडी में हो रही है। धान की गिरी कीमत किसानों को मायूस कर रही है। मंडी के आढ़ती भी परेशान हैं। दूसरी ओर सरकारी क्रय केंद्र पर धान न आने से वहां सन्नाटा पसरा हुआ है।
इस बार धान की फसल से मंडी सड़क तक अटी पड़ी है। ट्रैक्टर ट्राली व मेटाडोर आदि में धान लदकर आ रहा है। सबसे अधिक 1509 प्रजाति वाला धान आ रहा है। इसके अलावा सुगंधा, पीटन व सरबती प्रजाति के धान की खूब आवक हो रही है। मंडी से प्रतिदिन यहां का धान दिल्ली, मुरादाबाद, मेरठ आदि शहरों को जा रहा है। सरकारी खरीद केंद्रों पर सिर्फ मोटा धान खरीदा जाता है। जिले में मोटा धान की पैदावार कम है। इसलिए सरकारी खरीद केंद्र खाली हैं। अन्य जिलों से भी आ रहा धान
मंडी समिति में धान की आवक सिकंदराराऊ, सादाबाद, आदि तहसील क्षेत्रों के अलावा अलीगढ़, एटा आदि जनपदों से भी आ रहा है। बताया जाता है कि अन्य जिलों में धान की कीमत यहां से कम होने के कारण किसान अपनी फसल बेचने के लिए यहां ला रहे हैं। कीमतें गिरने से मायूस हैं किसान
धान की कीमत मंडी में करीब पांच सौ रुपये प्रति कुंटल तक कम हो गई हैं। धान की कीमत प्रति कुंटल
धान, पिछले माह कीमत, वर्तमान कीमत
1509, 2850, 2400
पीटेन, 3000, 2200
सुगंधा, 2400, 2225
सरबती, 2100, 1800
इनका कहना है-
एटा व अन्य जिलों में धान की कीमत कम मिल रही है। इसीलिए यहां धान बेचने के लिए लाए हैं।
-अवधेश पछेपुरा जलेसर (एटा) धान की कीमत सभी जगह कम है। हाथरस की मंडी में अन्य जगह से कीमत सही मिल रही है।
पदम सिंह गांगरोल विजयगढ़, अलीगढ़ चावल का निर्यात कम होने से ही कीमत अचानक गिर गई है। अब जो धान खरीदा जा रहा है, उसे व्यापारी स्टॉक बढ़ाने के लिए खरीद रहे हैं। इसकी कीमत बढ़ने की उम्मीद भी जताई जा रही है।
-दीपक पचौरी आढ़ती