आलू नीलाम कर सकेंगे शीतगृह स्वामी

अब उन किसानों की मुश्किल बढ़ने वाली है जो और मुनाफे के लोभ में अपने आलू का भंडारण अभी भी शीतगृह में किए हुए हैं।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 26 Aug 2021 04:58 AM (IST) Updated:Thu, 26 Aug 2021 04:58 AM (IST)
आलू नीलाम कर सकेंगे शीतगृह स्वामी
आलू नीलाम कर सकेंगे शीतगृह स्वामी

हाथरस : अब उन किसानों की मुश्किल बढ़ने वाली है जो और मुनाफे के लोभ में अपने आलू का भंडारण अभी भी शीतगृह में किए हुए हैं। ऐसे किसानों से कई बार उद्यान विभाग अनुरोध कर चुका है कि वह अपने आलू को बाजार में बेचने के लिए शीतगृह से निकालें। क्योंकि एक साथ आलू बाजार में आया तो वर्तमान दाम भी मिलना मुश्किल हो जाएगा। आशंका इस बात की बढ़ जाएगी कि सही रेट न मिलने पर किसान आलू शीतगृह में ही छोड़ दें, तब शीतगृह स्वामी को भाड़ा वसूलने को आलू की नीलामी करने का अधिकार होगा। जनपद में कुल कितने किसान करते हैं पैदावार, कितने एरिया में होता है आलू। इस साल घाटा दे रहा

सब्जियों का राजा

बीते साल की तुलना में इस साल आलू मुनाफा नहीं, घाटा दे रहा है। बीते साल किसान को आलू का रेट दो हजार रुपये प्रति क्विटल तक मिला था जो इस साल घटकर 1150 रुपये प्रति क्विटल ही रह गया। किसान सोच रहे हैं कि थोड़ा रेट और बढ़ जाए, तब शीतगृह से निकालें, मगर संभावना रेट और घटने के लग रहे हैं। 31 अक्टूबर तक निकालना होगा

शासन के साफ-साफ निर्देश हैं कि अगर 31 अक्टूबर से पहले किसान अपना आलू बाहर नहीं निकालते हैं तो शीतगृह स्वामी को अधिकार होगा कि वे आलू भंडारण का भाड़ा निकालने के लिए आलू नीलाम कर सकते हैं। संभावना इस बात की भी है कि अगर सही रेट किसान को आलू के नहीं मिले तो फिर वह भाड़ा देने से बचने के लिए आलू शीतगृह में छोड़ सकते हैं। आलू का गढ़ है सादाबाद क्षेत्र

यूं तो हाथरस जनपद का किसान मौसम के अनुसार ही खेती करता है मगर सबसे ज्यादा उत्पादन आलू का होता है। आलू का सबसे ज्यादा उत्पादन सादाबाद और सहपऊ क्षेत्र में होता है। अनुमान है कि 1.25 लाख किसान ऐसे हैं जो आलू उत्पादन से जुड़े हैं।

आंकड़ों में

161 शीतगृह है हाथरस जनपद में

141 चालू हैं हालत में हैं शीतगृह

14.55 लाख एमटी भंडारण क्षमता

13.19 लाख एमटी शीतगृहों में है आलू

27 फीसद ही बाजार में बिकने को आ सका है आलू

48 हजार हेक्टेयर में होती है हाथरस जनपद में आलू की पैदावार

230 रुपये प्रति क्विटल जाता है आलू भंडारण का किराया वर्जन ---

मुख्य विकास अधिकारी की अध्यक्षता में जल्द ही बैठक शीतगृह और प्रगतिशील किसानों की बुलाई गई है, ताकि बातचीत करके आलू बाजार में भेजवाया जा सके। उन्हें बताया जाएगा कि एक साथ आलू बाजार में आया तो रेट और कम मिलेगा।

-अनीता सिंह, जिला उद्यान अधिकारी हाथरस

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