कोरोना काल में भी शिक्षक ने दिखाया सफलता का रास्ता

सिकंदराराऊ नगर के युवा शिक्षक दुर्गेश कुमार शास्त्री ने कोरोना काल में शिक्षा का रास्ता दिखाया।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 05 Sep 2021 12:29 AM (IST) Updated:Sun, 05 Sep 2021 12:29 AM (IST)
कोरोना काल में भी शिक्षक ने 
दिखाया सफलता का रास्ता
कोरोना काल में भी शिक्षक ने दिखाया सफलता का रास्ता

हाथरस, विनय चतुर्वेदी: सिकंदराराऊ नगर के युवा शिक्षक दुर्गेश कुमार शास्त्री ने कोरोना काल में नजीर पेश की है। उन्होंने आनलाइन निश्शुल्क शिक्षा देकर कई विद्यार्थियों का जीवन संवारने का काम किया है। यूपी टेट तथा सीटेट और शिक्षक भर्ती की परीक्षाओं के लिए उन्होंने आनलाइन शिक्षण सामग्री प्रतियोगियों को उपलब्ध कराई। अलीगढ़, हाथरस, सिकंदराराऊ और आसपास के गांवों में रहने वाले 30 प्रतियोगियों ने शिक्षक से निश्शुल्क शिक्षा पाकर सीटेट की परीक्षा भी उत्तीर्ण की है। उन्होंने वाट्सएप ग्रुप पर नोट्स, वीडियो तथा प्रश्न पत्र दिए, जिनके माध्यम से तैयारी करके छात्रों को यह सफलता हासिल हुई है।

सिकंदराराऊ क्षेत्र के गांव जिरौली कलां निवासी दुर्गेश कुमार शास्त्री तीन भाइयों में दूसरे नंबर के हैं। पिता कृषि करते हैं। दुर्गेश एमएड तथा शिक्षा शास्त्र से नेट उत्तीर्ण करने के साथ-साथ शिक्षा शास्त्र व समाजशास्त्र से एमए हैं। फरवरी 2019 से प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कराना शुरू किया था। मार्च 2020 में कोरोना संक्रमण ने दस्तक दे दी। कोरोना के कारण कोचिग को बंद करना पड़ा। ऐसे में प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे विद्यार्थियों के भविष्य को लेकर वह चितित दिखाई दिए। उन्होंने वाट्सएप ग्रुप पर नोट्स, वीडियो तथा प्रश्न पत्र उपलब्ध कराना शुरू किया। जब उन्होंने यह काम शुरू किया तो बहुत से ऐसे छात्र भी उन से शिक्षा प्राप्त करने लगे जो कभी कोचिग सेंटर पर उनके पास पढ़ने नहीं आए थे। कोरोना संक्रमण में लोगों की परेशानी को समझते हुए उन्होंने कोचिग का कोई शुल्क भी ऐसे छात्रों से नहीं लिया। दुर्गेश बताते हैं उत्तीर्ण करने वाले सभी बच्चों के अंक 100 से अधिक रहे।

मोहल्ला कक्षाओं के जरिए दिया बच्चों को ज्ञान

सादाबाद गांव मीरपुर के उच्च प्राथमिक विद्यालय के सहायक अध्यापक अमरीश अग्रवाल ने कोरोना काल में भी बच्चों का शिक्षक कार्य प्रभावित नहीं होने दिया। उन्होंने बच्चों के अभिभावकों का वाट्सएप ग्रुप बनाकर पाठ्य सामग्री उपलब्ध कराई। इसके अलावा ग्रुप पर दूरदर्शन द्वारा प्रसारित कार्यक्रम की पाठशाला के लिक भेजकर बच्चों को पढ़ाई में मदद की। मोहल्ला पाठशाला के जरिये बच्चों के घर-घर जाकर शिक्षा प्रदान की। 24 अगस्त से जब विद्यालय खुल गए तो दूरदर्शन पर प्रसारित कार्यक्रम का प्रसारण विद्यालय में बनी स्मार्ट क्लास में बच्चों को दिखा रहे हैं ।

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