धरपकड़ की रणनीति से उत्पातियों की तोड़ी कमर

पुलिस की बेहतर रणनीति हुई पंचायत चुनाव में कारगर उत्पातियों को जारी किए गए थे पुलिस की ओर से रेड कार्ड ।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 16 Apr 2021 05:21 AM (IST) Updated:Fri, 16 Apr 2021 05:21 AM (IST)
धरपकड़ की रणनीति से उत्पातियों की तोड़ी कमर
धरपकड़ की रणनीति से उत्पातियों की तोड़ी कमर

प्रमोद सिंह, हाथरस : पंचायत चुनाव को शांति से कराने के लिए अपनी कार्रवाई को शांति समितियों की बैठकों तक सीमित नहीं रखा। बल्कि पिछले चुनाव में उत्पात करने वाले व दबंगों को निशाने पर लेते हुए कार्रवाई की। गुरुवार को हुए मतदान के दौरान ऐसे कई लोगों को मौके से हिरासत में लिया, वहीं संबंधित थानों में बुलाकर नजरबंद किया। पुलिस की इस रणनीति का परिणाम यह रहा कि शाम को मतदान तक कोई बड़ी घटना सामने नहीं आई। अपवाद स्वरूप देर रात को सहपऊ थाने की घटना को छोड़ दिया जाए तो चुनाव शांतिपूर्ण तरीके से निपटा।

पंचायत चुनाव कराना पुलिस के लिए बड़ी चुनौती था। पुलिस ने इस बार पंचायत चुनाव की तैयारियों को शांति समिति की बैठकों और उत्पातियों को पाबंद करने तक ही सीमित नहीं रखा। वर्ष 2015 में हुए पंचायत चुनाव में हुए उत्पातों से सबक लेते हुए इस बार पुलिस ने बेहतर रणनीति तैयार की। पुलिस ने जिले के ऐसे 500 लोगों को चिह्नित किया, जिनसे चुनाव में खतरा था। पुलिस ने ऐसे लोगों को रेड कार्ड जारी कर चेतावनी तक दी थी।

लगातार की कार्रवाई

अवैध शस्त्र निर्माण में कुल 52 अवैध शस्त्र तथा करीब 130 कारतूसों की बरामदगी की गई तथा एक अवैध शस्त्र फैक्ट्री का भंडाफोड़ करते हुए अभियुक्त को गिरफ्तार कर जेल भेजा। अवैध शराब का निर्माण एवं शराब तस्करी करते हुये कुल 166 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया तथा कुल करीब 2500 लीटर अवैध शराब (देशी व अग्रेजी) बरामद की गई। कच्ची शराब बनाने की दो भट्ठी पकड़कर पांच तस्कर दबोचा गया। 35 हजार लोगों के खिलाफ निरोधात्मक कार्रवाई की गई। गुंडा एक्ट में कुल 69 नोटिस जारी किए गए व धारा 110जी में कुल 80 व्यक्तियों के विरुद्ध कार्रवाई की गई। 16 व्यक्तियों के विरुद्ध जिला बदर की कार्रवाई भी की गई है।

गांवों में लगाई चौपाल

पुलिस अधीक्षक विनीत जायसवाल की ही रणनीति थी जिसके तहत पंचायत चुनाव से पूर्व संवेदनशील व अतिसंवेदनशील गांवों में पुलिस ने लगातार चौपाल लगाई। इसके साथ ही गांवों में जाकर करीब बीस हजार से अधिक लोगों को विश्वास पर्ची पुलिस के द्वारा वितरित की गई। पुलिस ने लोगों के बीच जाकर उनके अंदर व्याप्त भय को निकालने के साथ ही इस लोकतंत्र में मत का प्रयोग करने के प्रति जागरूक भी किया। गुरुवार को पुलिस की बेहतर रणनीति का ही नतीजा रहा कि जिले का मतदान 70 फीसद से अधिक रहा। लोग सुबह से ही पोलिग बूथों पर जाकर अपने पसंदीदा प्रत्याशी को मत देने के लिए लाइनों में खड़े हुए थे।

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