प्रेम प्रसंग में बाधक बनने पर मारी थी दुकानदार को गोली
हसायन पुलिस ने किया पर्दाफाश चार गिरफ्तार स्कॉर्पियो बरामद हमले में घायल युवक की पत्नी को भी पुलिस ने किया गिरफ्तार।
जासं, हाथरस : जरेरा में दुकानदार को गोली मारकर घायल करने के मामले का आठ दिन में पर्दाफाश कर कोतवाली हसायन पुलिस व एसओजी टीम ने चार लोगों को धरा है। पुलिस ने जानलेवा हमले में प्रयुक्त स्कॉर्पियो कार व तमंचा कारतूस भी बरामद किए हैं। पुलिस के मुताबिक प्रेम प्रसंग में बाधक बनने पर एक युवती के प्रेमी ने अपने साथियों के साथ मिलकर गोली मारी थी।
एएसपी प्रकाश कुमार ने बताया कि 18 जनवरी की सुबह स्कॉर्पियो सवार चार लोगों ने दुकानदार सोनू उर्फ सौरभ को गोली मार कर घायल कर दिया था। घटना की रिपोर्ट दर्ज होने के बाद एसपी विनीत जायसवाल ने पर्दाफाश करने के लिए टीमों का गठन किया। थाना हसायन प्रभारी मृदुल कुमार व एसओजी प्रभारी मुनीश चंद्र ने घटना का आठ दिन में पर्दाफाश कर रति का नगला चौराहा के पास से चार लोगों को बंदी बनाया। पकड़े गए लोगों में मोनू उर्फ उमेश कुमार यादव, रविद्र उर्फ मोटा निवासीगण मोहल्ला अहिरान, जितेंद्र उर्फ गेंडा निवासी मोहन नगला, छर्रा (अलीगढ़) तथा घायल की पत्नी सरिता निवासी बरसोली को बंदी बनाया। इनके कब्जे से कार व दो तमंचे बरामद किए हैं।
एएसपी के अनुसार दबोचे गए मोनू उर्फ उमेश ने बताया कि उसके प्रेम संबंध सोनू उर्फ सौरभ पंडित की पत्नी से थे। इस बात की जानकारी सोनू को हो गई थी। इसके कारण सोनू उससे मिलने नहीं देता था और बाधक बन रहा था। तब उसने अपने दोस्तों व प्रेमिका सरिता के साथ मिलकर योजना बनाई ओर सोनू को उसकी दुकान पर गोली मारकर घायल कर दिया था और भागने में सफल हो गए थे। दबोचे गए चारों लोगों के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत कार्रवाई की गई है। चोरी की बाइक के साथ दो लोग दबोचे गए
जासं, हाथरस : कोतवाली चंदपा पुलिस ने दो युवकों को दबोचा है, जिनके कब्जे से चोरी की बाइक बरामद की है।
एएसपी के अनुसार सीओ सादाबाद ब्रह्म सिंह के पर्यवेक्षण में कोतवाली चंदपा के एसएसआइ राम नरेश अपनी टीम के साथ पूरन सिंह इंटर कालेज परसारा के पास में वाहन चेकिग कर रहे थे, तभी एक बाइक पर दो युवक आते दिखाई दिए, जो पुलिस को देखकर वापस लौटने लगे। पुलिस ने इनको दबोचा और पूछताछ की तो इन्होंने अपना नाम राकेश उर्फ भैंडा निवासी गिजरौली व सलीम निवासी कुम्हरई बताया। इनके कब्जे से बरामद बाइक अग्रवाल सेवा सदन से चोरी की गई थी। उसे बेचने के लिए जा रहे थे। दबोचे गए दोनों शातिरों के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत अभियोग दर्ज कर जेल भेज दिया गया।