वेंडर की पत्नी पर अटकी शक की सुई, कई घंटे चली पूछताछ
महिला कांस्टेबल की देखरेख में हुई पूछताछ बार-बार बदलती रही बयान पुलिस के सवाल- क्यों नहीं दी फौरन सूचना मुसाफिरों को भी नहीं बताया।
जागरण संवाददाता, हाथरस : छपरा-मथुरा एक्सप्रेस में शुक्रवार की रात चलती ट्रेन से धक्का देने से कासगंज के युवक (वेंडर) की मौत के मामले में मंगलवार को उसकी पत्नी से रेलवे पुलिस ने पूछताछ की। उसके बार-बार बयान बदलने से उसी पर शक की सुई अटक गई है।
इससे पहले रेलवे पुलिस ने कासगंज स्टेशन पर सीसीटीवी खंगाले और कासगंज और मथुरा, आगरा, हाथरस के संभावित स्थानों पर दबिश भी दी। आरोपित की स्केच जारी कर मृत वेंडर की पत्नी से शिनाख्त कराने की कोशिश की, मगर वह पहचान में नहीं आया।
जीआरपी हाथरस सिटी के प्रभारी जय प्रकाश के अनुसार घटना शुक्रवार रात करीब सवा दस बजे की है। कासगंज में शांतिपुरी कालोनी निवासी 35 वर्षीय राकेश कुमार मथुरा के छावनी रेलवे स्टेशन पर पकौड़े की ठेल लगाता था। वह कासगंज से मथुरा- छपरा एक्सप्रेस में पत्नी के साथ मथुरा जा रहा था। रास्ते में उसकी पत्नी से छेड़खानी का विरोध करने पर एक युवक ने उससे मारपीट की और चलती ट्रेन से उसे धक्का दे दिया था, जिससे वेंडर की मौत हो गई थी। पत्नी से कई घंटे पूछताछ
रेलवे पुलिस ने वेंडर की पत्नी के बयानों के आधार पर कासगंज, मथुरा और हाथरस में कई जगह दबिश दी और सर्विलांस टीम का सहारा लेकर काल डिटेल निकाली। पुलिस ने मंगलवार को कई बार वेंडर की पत्नी से पूछताछ की। इस दौरान पुलिस के सामने वह बयान बदलती रही। अभी उससे पूछताछ का क्रम जारी है। रेलवे पुलिस के मुताबिक कई महत्वपूर्ण तथ्य हाथ लगे हैं। संभावना है कि जल्द ही वेंडर राकेश की हत्या का पर्दाफाश हो जाएगा। रेलवे पुलिस को घटना की सूचना देर से देने के कारण वेंडर की पत्नी पुलिस के सवालों में उलझ गई है। सवालों की बारिश
हाथरस सिटी से पहले मेंडू रोड पर शराबी ने मारपीट कर उसके पति को ट्रेन से धक्का दे दिया था तो उसने मुसाफिरों को क्यों नहीं बताया? हाथरस सिटी स्टेशन पर कातिल उतरकर भागा तो उसने रात गश्त करती जीआरपी को क्यों नहीं बताया? पूरी रात घटना को क्यों छिपाए रखा गया?