अस्पताल संचालक को बंधक बनाया, 20 हजार लेकर छोड़ा

युवती ने घर बुलाया खुद के कपड़े उतार लगाया छेड़खानी का आरोप युवती के साथ के चार लोगों ने खुद को बताया था एसओजी कर्मी।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 20 Apr 2021 04:11 AM (IST) Updated:Tue, 20 Apr 2021 04:11 AM (IST)
अस्पताल संचालक को बंधक बनाया, 20 हजार लेकर छोड़ा
अस्पताल संचालक को बंधक बनाया, 20 हजार लेकर छोड़ा

संवाद सहयोगी, हाथरस: मथुरा रोड पर नया अस्पताल बना रहे एक युवक को बंधक बनाकर रंगदारी वसूलने का मामला सामने आया है। एक युवती ने भर्ती के लिए रिज्यूम देने के नाम पर घर बुलाकर उसे चार लोगों की मदद से बंधक बना लिया। अस्पताल संचालक को चारों युवक कार में डालकर ले गए और 20 हजार रुपये लेकर छोड़ा। पीड़ित की तहरीर पर पुलिस ने युवती समेत चार अन्य लोगों पर मुकदमा दर्ज किया गया है।

खंदारी (आगरा) स्थित रिवर व्यू अपार्टमेंट निवासी मोहित अग्रवाल के अनुसार वह हाथरस में मथुरा रोड स्थित हतीसा भगवतंपुर गांव के पास नया अस्पताल खोल रहे हैं। इसके लिए स्टाफ की भर्ती चल रही है। मोहित के अनुसार शनिवार दोपहर को वह अलीगढ़ से हाथरस आ रहे थे तभी एक युवती का फोन कॉल आया। उसने नौकरी के लिए अपने कागजात देने के नाम पर हाथरस की मंडी के गेट के पास बुलाया। युवती ने वहां आने पर कहा कि पास में ही उसका घर है, वहां आकर कागजात ले लीजिये। जैसे ही वह युवती के घर पहुंचे, उसने अंदर बुलाकर अपने कपड़े उतार दिए और छेड़खानी का आरोप लगाने लगी। तभी चार और युवक वहां आ गए जो कि खुद को एसओजी कर्मी बता रहे थे। विरोध करने पर उनमें से एक ने हवाई फायर किया। मारपीट कर चारों लोग उसे सफेद रंग की टीयूवी कार में बिठाकर बाइपास पर ले गए और झूठे केस में फंसाने का आरोप लगाते हुए 10 लाख रुपये की मांग की। चारों लोग उसे कार में बिठाकर घुमाते रहे। मोहित के अनुसार उसने चारों लोगों की अपनी पत्नी से बात कराई। पत्नी के पास जो भी रुपये थे वह लेकर हाथरस आई। 20 हजार रुपये, आधार कार्ड और फोटो लेकर शाम को साढ़े सात बजे छोड़ दिया। चारों ने धमकी दी कि अगर किसी को घटना के बारे में बताया तो अंजाम बुरा होगा। एसएचओ हाथरस गेट जगदीश चंद्र के मुताबिक युवती और चार अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। जांच की जा रही है।

कुछ दिन पहले ही जेल

से बाहर आया है मोहित

मोहित का मथुरा रोड पर वेदांता नाम से अस्पताल था। अनियमितताओं, मरीजों के इलाज में खिलवाड़ के चलते तत्कालीन ज्वाइंट मजिस्ट्रेट प्रेम प्रकाश मीणा ने अस्पताल को सील कर दिया था। इस मामले में मोहित जेल भी गया था। कुछ दिन पहले ही वह जमानत पर बाहर आया है।

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