आगरा जाने को बच्ची ने बदली थीं कई बसें

सेना के जवान की बेटी के पास मेरठ से गाजियाबाद वहां से बुलंदशहर की मिली थी टिकट अलीगढ़ से आगरा जाने के लिए रोडवेज बस में बैठी थी बची कंडक्टर की सूझबूझ और पुलिस की सतर्कता से बची स्वजन को मिली।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 25 Oct 2021 12:47 AM (IST) Updated:Mon, 25 Oct 2021 12:47 AM (IST)
आगरा जाने को बच्ची ने बदली थीं कई बसें
आगरा जाने को बच्ची ने बदली थीं कई बसें

जासं, हाथरस : दो दिन पहले रोडवेज बस में मिली मेरठ निवासी सेना के जवान की बेटी को स्वजन घर ले जा चुके हैं। बच्ची के पिता के साथ सेना के मेजर हाथरस जनपद की सादाबाद कोतवाली आए थे और औपचारिकताएं पूरी करने के बाद उसे साथ ले गए। पता चला है कि आगरा जाने के लिए बच्ची ने कई बार बसों को बदला था। कंडक्टर की सूझबूझ और हाथरस पुलिस की सक्रियता से बच्ची सही सलामत अपने घर पहुंच गई।

मेरठ कैंट में सूबेदार सचिन आवाटे 122/6 एसआरसी लाइन कसेरूखेड़ा थाना लालकुर्ती स्थित क्वार्टर में रहते हैं। उनकी 12 वर्षीय बेटी वंशिका सचिन आवाटे शुक्रवार की सुबह आठ बजे स्कूल गई थी। वह केंद्रीय विद्यालय सिख लाइन में कक्षा सातवीं की छात्रा है। दोपहर को बच्ची घर नहीं लौटी तो स्वजन स्कूल पहुंचे। वहां जाकर जानकारी हुई कि बच्ची स्कूल आई ही नहीं थी। इस मामले की थाना लालकुर्ती, मेरठ में मुकदमा दर्ज कराया गया था।

बच्ची सोहराब गेट डिपो की बस में मिली थी। बुलंदशहर के गांव सुरजावली निवासी दिनेश सिंह उस पर परिचालक हैं। दिनेश सिंह ने बताया कि कई सवारियों की भीड़ में बच्ची अलीगढ़ से आगरा जाने के लिए बस में चढ़ी थी। वह टिकट काटते हुए उसके पास पहुंचे और टिकट के लिए कहा तो बच्ची ने अपने पास पैसे नहीं होने की बात कही। उससे पूछा कि वह बस से कहां जा रही है, किसी साथ आई है, तो वह कुछ बता नहीं सकी। वह बदल-बदल कर बातें कह रही थी। इस पर कंडक्टर और साथी सवारियां को शंका हुई। बस में ही सवार एक लड़की ने बच्ची के बैग को देखा तो उसमें स्कूल की यूनिफार्म रखी हुई थी। मेरठ से गाजियाबाद और गाजियाबाद से बुलंदशहर की टिकट भी रखी थी। बुलंदशहर से वह अलीगढ़ कैसे पहुंची यह बच्ची ने नहीं बताया। उसकी बेल्ट पर स्कूल का नाम केंद्रीय विद्यालय मेरठ कैंट लिखा था। दिनेश सिंह के मुताबिक उनके साढू की बच्ची भी उसी स्कूल में पढ़ती है। उन्होंने अपने साढू को बच्ची के बारे में बताया। साढू ने बच्ची का फोटो मंगाया और स्कूल के वाट्सएप ग्रुप में भेजा। इसके बाद ही पूरा मामला साफ हो गया। बस तब तक हाथरस जनपद के कस्बा सादाबाद को पार कर चुकी थी। हाथरस के एसपी विनीत जायसवाल ने बस को वहीं पर रुकवाने के लिए कहा और सादाबाद पुलिस को मौके पर भेजा। बस को थोड़ा आगे बरौस टोल प्लाजा पर रोका गया, जहां से पुलिस ने बच्ची को सही सलामत बरामद कर लिया। एसपी विनीत जायसवाल ने बताया कि बच्ची के स्वजन उसे ले गए हैं। मेरठ में ही इस संबंध में मुकदमा दर्ज है, वहां की पुलिस विवेचना कर रही है।

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