फिर शुरू हुई डीजे वाले बाबू से फरमाइश

हाथरस जिले में करीब दो हजार से ज्यादा डीजे वाले खुशी की लहर - कई परिवार हो गए थे बेरोजगार सुप्रीम कोर्ट ने फैसले से राहत

By JagranEdited By: Publish:Fri, 22 Nov 2019 01:04 AM (IST) Updated:Fri, 22 Nov 2019 01:04 AM (IST)
फिर शुरू हुई डीजे वाले बाबू से फरमाइश
फिर शुरू हुई डीजे वाले बाबू से फरमाइश

जागरण संवाददाता, हाथरस : रोजी-रोटी छिनने से बेरोजगार हुए डीजे संचालकों को सुप्रीम कोर्ट ने शादियों में डीजे की अनुमति रात दस बजे तक देकर बड़ी राहत दी है। आदेश आते ही गुरुवार की शाम से ही फिर से डीजे पर डिस्को होता दिखा। जिले भर में करीब दो हजार परिवारों में इस फैसले से खुशी की लहर है।

दो हजार घरों का छिना था निवाला

इलाहाबाद हाईकोर्ट ने बीते 20 अगस्त को डीजे की आवाज को नुकसानदायक बताते हुए इस पर पूरी तरह से रोक लगा दी थी। तब से शादियों में डीजे बजना बंद हो गया था। समारोहों में सूनापन आ गया था, मगर डीजे ऑपरेटर्स की ओर से कोर्ट में पेश हुए वकील दुष्यंत कुमार ने डीजे बंद होने से हजारों परिवारों के बेरोजगार होने का हवाला दिया था, जिस पर सुप्रीम कोर्ट ने हाईकोर्ट के फैसले पर रोक लगाते हुए डीजे संचालकों को बड़ी राहत दी है। अब रात दस बजे तक डीजे बज सकेंगे। क्या कहते हैं डीजे संचालक

हम सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत करते हैं। जिनके कारण हमारे परिवारों को अब फिर से रोजी रोटी मिल सकेगी। धंधा बंद होने से पूरा परिवार टेंशन में था।

रमेश गुप्ता सुप्रीम कोर्ट ने जो आदेश दिया है उसका हम सम्मान करते हैं। निर्देश का सभी डीजे संचालक 100 फीसद पालन करेंगे।

कौशल कुमार डीजे बंद होने से दो हजार परिवारों की रोजी रोटी का निवाला छिन गया था। मगर सुप्रीम कोर्ट ने हमें बड़ी राहत दी है।

विनोद कुमार डीजे के कारोबार को चलाने में दो लाख रुपये से लेकर पांच लाख रुपये तक खर्च होते हैं। ऐसे में काम बंद हो जाए तो रोजी-रोटी का संकट तो होगा है सुप्रीम कोर्ट ने जरूर राहत दी है। इससे हम खुश हैं।

संदीप ठाकुर

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